स्वर कोकिला लता मंगेशकर पिछले 29 दिनों से मुंबई के क्रैंडी अस्पताल में भर्ती थीं और कल सुबह वो इस दुनिया को अलविदा कह गई। लता जी के लिए मौत से पहले के 2 दिन काफी दर्द भरे रहे थे। लता जी की नर्स ने बताया कि आखिरी 2 दिन गायिका ने बहुत तकलीफ झेली। लता मंगेशकर की देखभाल करने वालीं सारिका देवानंद भिसे ने भारतीय समाचार एजेंसी पीटीआई को कहा कि वो उस वक्त लता दीदी के साथ थी जब उन्होंने अंतिम सांस ली। सारिका देवानंद भिसे लता जी के साथ साल 2015 से जुड़ी रही है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, दीदी ने हमेशा खुद से पहले हमारे (स्टॉफ के) बारे में सोचा। हम उनसे प्यार करते थे और उनकी कमी खल रही है।’ उनके आशीर्वाद से मैंने नर्सों का ब्यूरो खोला था।
29 दिन तक अस्पताल में रहीं लता जी
लता जी के बारे में बात करते हुए भिसे ने कहा, "जब वह वेंटिलेटर पर थीं, तब भी हमें पहचान रही थीं. जब हमने मजाक किया तो वह जवाब दे रही थीं. लेकिन आखिरी दो-तीन दिन वह बहुत चुप हो गई थीं.” भयानक थे दो दिन... भीसे कहती हैं कि लता मंगेशकर के आखिरी दो दिन ‘भयानक' थे. डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की. भीसे ने आगे कहा, "कोविड-19 और निमोनिया के कारण उनके फेफड़ों में समस्या थी. वह उससे उबर गई थीं लेकिन उन्हें फिर से वायरल इंफेक्शन हो गया और फेफड़ों पर न्यूमोनिया के पैच फिर उभर आए. उनकी ऑक्सीजन सैचुरेशन कम हो गई और फिर से उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा.” मंगेशकर 29 दिन तक अस्पताल में रहीं और इस दौरान सारिका भीसे लगातार उनके साथ थीं.
आखिरी वक्त में डॉक्टर ने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की। उस पल के बारे में बात करते हुए भीसे ने कहा, आखिरी पलों में जब डॉक्टर उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे थे तब परिजन कमरे के बाहर थे लेकिन मैं और एक अन्य स्टाफ नर्स अश्विनी कमरे में उनके साथ थीं शनिवार को उनका पेशाब बंद हो गया था जिस कारण उनकी किडनियों पर असर पड़ा. हम दो बार उन्हें डायलिसिस के लिए ले गए लेकिन वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रही थीं. सुबह 8.12 उन्होंने अंतिम सांस ली.”
लता जी का आखिरी वीडियो हुआ वायरल
वही लता जी का आखिरी वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसमें वो सहारा लेकर चलती नजर आ रही है। ये वीडियो तब का है जब उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि उनकी हालत इतनी खराब हो गई थी कि वो बिना सहारे के चल फिर भी नहीं पा रही थी। लता जी का आखिरी वक्त कैसा बीता इसकी जानकारी वॉइस ओवर आर्टिस्ट हरीश भिमानी ने एक इंटरव्यू में दी। अपने आखिरी वक्त में लता जी पिता दीनानाथ मंगेशकर को लेकर काफी इमोशनल हो गई थी। वो पिता की रिकॉर्डिग्स सुना करती थी। वो अपने पिता के गाए गानों को गाने की कोशिश कर रही थी। इसी के चलते उन्होंने मौत से 2 दिन पहले ईयरफोन मंगवाया था। यही नहीं डॉक्टर्स ने उन्हें मास्क ना हटाने को कहा था लेकिन आखिरी दिनों में उन्होंने मास्क भी हटा लिया था।
इंटरव्यू में हरीश ने कहा, "लता जी अपने खुद के गाने सुनना पसंद नहीं करती थीं। क्योंकि जब वे अपने गाने सुनती थीं, तो उस गाने में अपनी गलतियां पकड़ लेती थीं और काफी दुखी हो जाती थीं। वे ये सोचकर बेचैन हो जाती थीं कि, जब कोई बड़ा संगीतकार उनके गाने सुनेगा और गलतियां निकालेगा तो उनके बारे में क्या सोचेगा।" यहां आपको बता दें कि लता मंगेशकर अपने पिता की काफी इज्जत करती थीं और उन्हें गुरु मानती थीं।
बता दें कि लता मंगेशकर ने रविवार सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर अंतिम सांस ली और रविवार शाम 7 बजकर 16 मिनट पर उन्हें मुखाग्नि दी गई। अंतिम संस्कार मुंबई के शिवाजी पार्क में किया गया।