हमारे देश भारत में घूमने के लिए वैसे तो कई सारी जगहें हैं, लेकिन क्या आपने कभी किसी भूतिया हिल स्टेशन के बारे में सुना है? भारत में भूतिया हिल स्टेशन भी मौजूद हैं, जहां जाते ही लोगों के पसीने छूटने लगते हैं। इन हिल स्टेशन के पीछे कई कहानियां भी जुड़ी हुई हैं, जो यहां के स्थानीया लोगों के द्वारा सुनी और बताई जाती है। अगर आप भी हिल स्टेशन में घूमने का प्लान कर रहें है तो अपनी लिस्ट चेक कर लें, कहीं भूतिया हिल स्टेशन तो उसमें शामिल नहीं है....
कुर्सेओंग का डॉव हिल
वेस्ट बंगाल के दार्जिलिंग से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर भारत का सबसे भूतिया हिल स्टेशन कुर्सेओंग का डॉव हिल स्थित है, जहां पर असामान्य घटनाएं और कहानियों की कोई कमी नहीं है। दरअसल डॉव हिल अपने प्राकृतिक नजारों और जानवरों से घिरा हुआ है। फिर चाहे दिन हो या रात, यहां अजीबों गरीब गतिविधियां कभी नहीं रुकती। जितनी खूबसूरत ये जगह देखने में है, उतनी ही डरावनी यहां की भूतों से जुड़ी कहानियां हैं। बता दें यहां के स्थानीय लोगों के साथ ही इस जगह पर आने वाले सैलानी भी सिर कटे बच्चे की कहानी सुनकर काफी डरते हैं। इन कहानियों के अनुसार मानें तो दाओहिल से फोरेस्ट ऑफिस की ओर जाने वाली सड़क पर कई लोगों ने एक सिर कटे हुए बच्चे को देखा है।
देखा गया है औरत का भूत को भी
स्थानीय लोगों ने कई बार दाओ हिल्स के जंगलों में जाकर यहां की गुत्थी को सुलझाने की कोशिश की है, लेकिन नतीजे हमेशा उल्टा और भयानक ही निकले हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों का कहना है कि जैसे ही आप जंगल की ओर जाएंगे, तो आपको महसूस होगा जैसे आपको कोई देख रहा है। दरअसल कुछ लोगों ने तो ये भी कहा है कि एक बार आपको ऐसा लगेगा जैसे कोई लाल आंखों वाला आपको देख रहा है और फिर अचानक घने जंगलों में कहीं गायब हो जाता है। यहीं नहीं, यहां जंगलों में एक औरत का भूत भी भटकते हुए दिखती है।
दाओ हिल में स्थित भूतिया स्कूल
दाओ हिल की आबादी बहुत कम है, फिर भी यहां आपको सौ साल पुराना विक्टोरिया बॉयज हाई स्कूल दिख जाएगा। हिल की अन्य जगहों की तरह ही इस स्कूल में भी भूतों का डेरा है, जिस वजह से ये जगह भी अपनी भूतिया किस्सों के लिए काफी मशहूर है। कहानियों के अनुसार इस जगह पर कई मौतें हुई है, जिनका सही और पूरा राज अभी तक पता नहीं चल पाया है। यहां तक कि सर्दियों के दिनों में तो स्थानीय लोगों ने परिसर में बच्चों के भागने की आवाजें भी सुनी हैं। बता दें ये स्कूल सर्दियों के दिनों में 4 महीनों के लिए बंद रहता है। यह हिल स्टेशन काफी डरावना और भयानक है। साथ ही भूतिया कहानी से जुड़ा हुआ है।
डॉव हिल कैसे पहुंचे?
हवाई मार्ग:
नई दिल्ली से बागडोगरा तक करीबन रोज ही सीधे फ्लाइट उड़ती हैं, जिनमें एक तरफ की टिकट का खर्च आपको 3500 रुपए आएगा। हवाई अड्डे से दाओ हिल 50 किमी दूर होने की वजह से टैक्सी से आपको डेढ़ घंटे का समय लगेगा।
ट्रेन:
नई दिल्ली से नई जलपाईगुड़ी तक ट्रेन भी ले सकते हैं जहां पहुंचने में 24 घंटे का समय लगेगा। रेलवे स्टेशन से दाओ हिल 42 किमी दूर है, जहां टैक्सी से आप 1.15 घंटे में पहुंच सकते हैं।