नेपाल के पर्वतारोही निर्मल पुरजा ने जितना नाम कमाया है उतने बदनाम भी हुए हैं। निर्मल पुर्जा ने 8,000 मीटर से दुनिया की सबसे ऊंची 14 पर्वत चोटियों पर चढ़ाई के लक्ष्य को सिर्फ सात महीने में हासिल कर लिया। उनके नेतृत्व में ही 10 नेपालियों ने पहली बार 28,251 फुट ऊंचे K2 को फ़तह किया था। इतना नाम कमाने के बावजूद उन्होंने कुछ ऐसा कर दिया जिससे उनकी खूब बदनामी हुई। चलिए जानते हैं उनके बारे में विस्तार से
नेपाल के धौलागिरि के मायागड़ी जिले में जन्मे निर्मल पुरजा एक गोरखा और विशेष नाव सैनिक थे, जो बाद में ब्रिटिश रॉयल आर्मी के विशिष्ट विशेष बलों में सेवा करने के लिए चले गए। ऊंचाई वाले पर्वतारोहण में उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें जून 2018 में एमबीइ से सम्मानित किया गया था। 14 चोटियों पर सबसे तेज़ी से चढ़ने के अलावा पुरजा के नाम और भी कई रिकॉर्ड हैं।
निम्स पुर्जा पर एक डॉक्यूमेंट्री भी बन चुकी है, जिसका नाम है 14 Peaks: Nothing Is Impossible। इस डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि कैसे निडर नेपाली पर्वतारोही निम्सदाई पुर्जा ऊंची चोटियों पर चढ़ने के एक मिशन पर निकल पड़े हैं। हालांकि उन पर पूर्व मिस फिनलैंड लोटा हिंटसा और अमेरिका की एक डॉक्टर डॉ लियोनार्डो ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। निम्स ने उनके साथ गंदी हरकत तब की जब वह उन्हें ट्रैकिंग पर लेकर गए थे।
एक इंटरव्यू में फिनलैंड मॉडल लोट्टा ने बताया कि वह निम्स की एक कंपनी का हिस्सा बनकर उनके साथ ट्रैकिंग पर गई थीं, इस दौरान पुर्जा ने उनके कमरे में घुसने की कोशिश की, लेकिन वे इसमें नाकामयाब हुए। इसके बाद एक दिन वह उसे बहाने से अपने बेडरूम में ले गया। वहां उसकी शर्ट, ट्रेकिंग शॉर्ट्स और अंडरवियर उतार दिया। फिर वह उसके सामने ही हस्तमैथुन करने लगा, इसके बाद वह चला गया। डॉ. अप्रैल लियोनार्ड्स ने भी आरोप लगाया कि किया है कि पुर्जा ने उनके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की।
निम्स पुर्जा ने अपने इंस्टाग्राम पर स्टोरी पोस्ट कर दावा किया है कि उन पर लगाए गए सभी आरोप गलत हैं। उसने आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग भी की। वहीं महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने के आरोपों के चलते निम्स पुर्जा को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने से प्रतिबंधित करने की मांग की जा रही है। उनकी डॉक्यूमेंट्री की कैंपेनिंग के दौरान भी उन पर यौन दुराचार करने का आरोप लग चुका है।