पैलेस ऑन व्हील्स यानी पहियों पर महल। ये ट्रेन भी अपने नाम जैसी है। आप जैसे ही इसके कोच में एंट्री करेंगे तो लगेगा आप किसी महल में आ गए हैं। हर कोच को शाही अंदाज में तैयार किया गया है। आपकी खातिरदारी भी शाही अंदाज में होगी। ट्रेन में वो तमाम सुविधाएं हैं, जो किसी फाइव स्टार होटल में होती हैं…लग्जरी सुइट, जिम, स्पा, बार और भी बहुत कुछ। यही वजह है कि पैलेस ऑन व्हील्स को दुनिया की दूसरी सबसे लग्जरी ट्रेन का खिताब हासिल है। कोरोना काल के दौरान 2 साल तक ट्रेन के सफर पर ब्रेक लग गया था, इस साल अब 12 अक्टूबर से दोबारा से ये ट्रेन जयपुर के लोगों का शाही अंदाज में स्वागत करने के लिए तैयार है।
क्यों है पैलेस ऑन व्हील्स खास?
पैलेस ऑन व्हील्स भारत की पहली लग्जरी ट्रेन है। इसे 26 जनवरी 1982 को शुरू किया गया था, यह राजस्थान की सबसे नामी ट्रेन है, जो दिल्ली से चलकर यात्रियों को राजस्थान के अलग-अलग किले और महलों वाले स्थान की सैर कराती है। इस ट्रेन में 39 डिलक्स केबिन और 2 सुपर डिलक्स केबिन हैं। इनमें 82 यात्रियों की जगह है। हर केबिन के साथ अटैच्ड वॉशरूम है। हर केबिन का नाम राजस्थान के महल और किले पर रखा गया है। इस ट्रेन की खूबसूरती भी बेहद खास है। ट्रेन के हर कोच को अंदर से फिरोजा, माणिक और मोती के रंगों से सजाया गया है। दो रेस्त्रां भी बनाए गए हैं, जिसमें मेहमानों को रॉयल फूड पेश किया जाता है। यह शाही ट्रेन सैलानियों को एक सप्ताह तक यात्रा करवाती है।
ट्रेन का किराया
शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स में एक यात्री का एक रात का किराया 55 हजार रुपये निर्धारित है। ट्रेन में बेवरेज शराब, बीयर, लॉन्ड्री और स्पा के लिए अलग से चार्ज देना होगा। वहीं 5 साल तक के बच्चों के लिए कोई शुल्क नहीं है, जबकि 5 से 10 साल के आयु वर्ग के लिए आधा किराया लिया जाता है।
इस बार थीम है बेहद खास
पैलेस ऑन व्हील्स की थीम बेहद खास और भव्य है, यही कारण है कि इसे पटरियों पर दौड़ने वाला राजमहल भी कहा जाता है। शाही सुविधाओं से युक्त सुपर लग्जरी ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स को दुनिया की दूसरी लग्जरी यात्रा वाली ट्रेन होने का गौरव हासिल हो चुका है।
राजसी सुविधाओं से भरपूर इस ट्रेन में 7 रात और 8 दिनों के इस सफर में इस बार बूंदी, अजमेर को भी शामिल किया गया है।