इस बार तमिलनाडु में स्थानीय निकाय चुनाव काफी दिलचस्प रहे। सत्तारूढ़ पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने नवगठित नौ जिलों में जीत दर्ज कर अन्नाद्रमुक को एक और झटका दिया है। लेकिन इस सब में सबसे ज्यादा चर्चा में रही वेन्गादमपट्टी पंचायत, यहां किसी मंत्री-विधायक के खास ने नहीं बल्कि एक छात्रा ने जीत दर्ज की।
796 वोट्स से जीत की हासिल
यहां की पंचायत ने 22 साल की इंजीनियरिंग की छात्रा शारुकला को पंचायत प्रधान चुना है। कोयंबटूर में हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री करने वाली शारुकला चुनाव लड़ने वाले पांच सबसे कम उम्र के उम्मीदवारों में शामिल थीं। उन्होंने 796 वोट्स से जीत हासिल की है।
पिता भी लड़ चुके हैं चुनाव
युवा पंचायत अध्यक्ष के पिता रवि सुब्रमण्यम एक किसान है। उन्होंने भी अपनी बेटी की तरह चुनावों में किस्मत अजमाई थी, लेकिन उनके हाथ असफलता लगी थी। शारुकला इस जीत से काफी खुश हैं और उनका कहना है कि ज़्यादा युवाओं की राजनीति में भागीदारी हो। . उनका मानना है कि शिक्षित युवा दूसरों से बहुत अच्छा कर सकते हैं।
किसी और को नहीं करने देंगी काम में हस्तक्षेप
जब युवा पंचायत अध्यक्ष से विधानसभा या संसद में जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं सोचा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि वह घर के किसी पुरुष सदस्य को उनके काम में हस्तक्षेप करने नहीं देंगी।