कोरोना वायरस की चपेट में बुजुर्गों, बच्चों के अलावा कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग भी आसानी से आ रहे हैं। इसके अलावा जो लोग पहले से ही किसी बीमारी, जैसे अस्थमा, डायबिटीज, ऑटोइम्यून डिसीज, ब्लड प्रेशर या दिल की बीमारी से ग्रस्त है उन्हें भी कोरोना होने का खतरा अधिक है। वहीं हाल ही में हुई रिसर्च के अनुसार टीबी और एचआईवी के मरीजों को भी कोरोना का ज्यादा खतरा है।
डॉक्टरों के मुताबिक, पूरी दुनिया में अब तक जितनी में मौतें हुई हैं उनमें 2 सबसे कॉमन बातें देखने को मिली हैं। पहला, ज्यादा उम्र और दूसरा कोमोबिडिटीज। अगर बात करें कोमोबिटीज की यानी हाइपरटेंशन, डायबिटीज, हृदय रोग, कमजोर फेफड़े, खराब इम्युनिटी या एचआईवी के रोगियों की तो उनके लिए यह वायरस ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।
TB और HIV मरीजों को अधिक खतरा क्यों?
दरअसल, जो लोग पहले से ही किसी बीमारी से ग्रस्त होते हैं उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। यह वजह है कि वो जल्दी इस वायरस की चपेट में आ जाते हैं। यही वजह है कि टीबी और एचआईवी मरीजों को इसका अधिक खतरा होता है।
बरतें ये सावधानियां...
. घर पर हाइजीन का खास ख्याल रखें।
. बार-बार साबुन से अच्छे से हाथ धोते रहें।
. बाहर से घर पर पहुंचते ही सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
. सोशल डिस्टैंसिंग का विशेष ध्यान रखें।
. रूटीन दवाइयां समय पर लेते रहना चाहिए।
. मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकलें।
. एमरजैंसी होने पर ही डॉक्टर को दिखाने जाएं।
. अधिक से अधिक पानी पीएं और हैल्दी डाइट लें।
. हर दिन कम से कम 8 से 10 घंटे की नींद जरूर लें।
अगर बुखार, गले में खराश या जोड़ों में दर्द की शिकायत है तो खुद से दवा लेने की बजाए डॉक्टर से चेकअप करवाएं।