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घर की इस दिशा में होना चाहिए  Swimming Pool, वास्तु के इन नियमों काे इग्नोर करना पड़ सकता है भारी

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 20 Jun, 2025 06:01 PM
घर की इस दिशा में होना चाहिए  Swimming Pool, वास्तु के इन नियमों काे इग्नोर करना पड़ सकता है भारी

नारी डेस्क:  वास्तु शास्त्र में जल तत्व को मानसिक शांति, धन, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा से जोड़ा गया है। यदि स्विमिंग पूल को सही दिशा में बनाया जाए तो यह आपके घर की ऊर्जा को बढ़ाता है, लेकिन गलत दिशा में हो तो मानसिक तनाव, आर्थिक नुकसान और स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आज हम आपको  स्विमिंग पूल से जुड़े वास्तु नियम बताते हैं। 
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स्विमिंग पूल की सही दिशा

उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा को जल तत्व का स्थान माना गया है। स्विमिंग पूल यदि ईशान कोण में हो तो वह सुख, समृद्धि और मानसिक शांति देता है। पूर्व दिशा में भी स्विमिंग पूल स्वीकार्य है। दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य) दिशा में स्विमिंग पूल अत्यंत अशुभ माना जाता है। इससे तनाव, भारी नुकसान और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ हो सकती हैं। दक्षिण दिशा में भी जल तत्व नहीं होना चाहिए।


 स्विमिंग पूल का आकार और गहराई 

आयताकार या वर्गाकार पूल वास्तु के अनुसार शुभ माने जाते हैं। गोल या अनियमित आकार टालें। पूल की गहराई उत्तर या पूर्व की ओर कम और दक्षिण या पश्चिम की ओर अधिक हो तो यह ऊर्जा संतुलन में मदद करता है। यदि आप नया घर बना रहे हैं, तो वास्तु के अनुसार स्विमिंग पूल की खुदाई पहले करनी चाहिए। इससे भूमि के दोष शांत होते हैं और ऊर्जा प्रवाह ठीक रहता है।

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घर खरीदते समय स्विमिंग पूल के लिए वास्तु टिप्स 

 स्विमिंग पूल की दिशा की जांच करें:  उत्तर-पूर्व, उत्तर या पूर्व में पूल होना शुभ संकेत है। दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम में पूल हो तो ऐसे घर को खरीदने से बचें।

घर के मुख्य द्वार और पूल का संतुलन: पूल का स्थान मुख्य द्वार से सामने न हो। यह निजीता और ऊर्जा प्रवाह के लिए अवरोधक हो सकता है।

स्विमिंग पूल का जल साफ और गतिशील हो: पूल में खड़ा, गंदा या सड़ा पानी न हो। वास्तु के अनुसार ऐसा जल नेगेटिव एनर्जी फैलाता है।

स्विमिंग पूल और घर का ऊंचाई अंतर:  पूल हमेशा भवन से नीचे की सतह पर होना चाहिए। इससे घर ऊर्जावान और स्थिर बना रहता है।


यदि वास्तु नियमों के अनुसार स्विमिंग पूल की दिशा, गहराई, और निर्माण किया जाए तो यह न केवल भव्यता का प्रतीक होता है, बल्कि मानसिक शांति, समृद्धि और स्वास्थ्य में भी मदद करता है। लेकिन ज़रा सी चूक से यह घर में अशांति और रुकावटों का कारण बन सकता है।
 

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