नारी डेस्क: माताओं को सुपरवुमन के रूप में सम्मानित किया जाता है जो बिना ब्रेक के काम कर सकती हैं, अपने परिवार के लिए अपनी हर ज़रूरत का त्याग कर सकती हैं, और मूल रूप से ऐसी महिला हो सकती हैं जो बिना किसी हिचकिचाहट के अपने सामने आने वाली हर समस्या या चुनौती को हल कर सकती हैं। आज की माताए एक नई चुनौती का सामना कर रही हैं। वे न केवल करियर में आगे बढ़ने की कोशिश कर रही हैं, बल्कि एक सुंदर, व्यवस्थित घर, बच्चों की परवरिश और अपनी स्किन को भी चमकदार बनाए रखने की उम्मीद रखती हैं। यह सब करते हुए,माताओं के लिए तनाव का लेवल बढ़ जाता है। इस लेख में हम इस तनाव के पीछे के कारणों और इसे कम करने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
दोगुनी ज़िम्मेदारी
मां होना आज के समय में एक दोगुनी ज़िम्मेदारी का प्रतीक है। वे न केवल अपने करियर में सफल होने की कोशिश कर रही हैं, बल्कि घर के काम, बच्चों की देखभाल और खुद की देखभाल में भी जुटी हुई हैं। यह स्थिति कई बार उन्हें मानसिक और शारीरिक तनाव का सामना करने पर मजबूर करती है।
पारंपरिक सोच का प्रभाव
भारत में पारंपरिक रूप से माताएं घर और बच्चों का ध्यान रखती थीं, जबकि पिता कमाई करते थे। हालांकि, अब अधिकांश महिलाएं कार्यक्षेत्र में सक्रिय हैं, लेकिन यह परिवर्तन आसान नहीं है। "महिलाएं अब दोनों भूमिकाएं निभा रही हैं, और यह उनके लिए चुनौतीपूर्ण है," कहती हैं सादना, एक मनोवैज्ञानिक।
सोशल मीडिया का दबाव
आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया ने माताओं पर एक नया दबाव डाला है। वे इंस्टाग्राम जैसी प्लेटफार्मों पर दूसरों की जीवनशैली को देखकर अपनी तुलना करने लगती हैं। एक "इंस्टा-योग्य" घर और जीवनशैली बनाए रखने की कोशिश में माताएँ खुद पर अतिरिक्त दबाव महसूस करती हैं।
तनाव के लक्षण
इस दोगुनी ज़िम्मेदारी और सोशल मीडिया के दबाव के कारण माताओं में तनाव के कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इनमें नींद की कमी, चिंता, थकान और कभी-कभी अवसाद शामिल हैं। यह स्थिति न केवल उनके स्वास्थ्य को प्रभावित करती है, बल्कि परिवार के अन्य सदस्यों पर भी असर डालती है।
तनाव को कम करने के उपाय
1. स्वयं की देखभाल करें माताओं को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। नियमित व्यायाम और संतुलित आहार उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
2. समर्थन प्राप्त करें परिवार और दोस्तों से मदद मांगने में संकोच न करें। साझा करने से तनाव कम होता है।
3. सोशल मीडिया का उपयोग सीमित करें डिजिटल प्लेटफार्मों से थोड़ी दूरी बनाने से आप मानसिक स्वास्थ्य में सुधार कर सकती हैं।
4. मेडिटेशन और योग ध्यान और योग तनाव को कम करने के प्रभावी तरीके हैं। नियमित रूप से इनका अभ्यास करने से मानसिक शांति मिलती है।
आज की माताएं कई चुनौतियों का सामना कर रही हैं, लेकिन उन्हें अपने स्वास्थ्य और खुशी का ध्यान रखना भी जरूरी है। "सुपरमॉम" बनने की कोशिश में, अपनी सीमाओं को पहचानना और खुद को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है। इस तरह, वे न केवल खुद को, बल्कि अपने परिवार को भी एक खुशहाल जीवन दे सकती हैं।