फैशन का शौक तो वैसे हर महिला रखती है पर इसे कमाई जरिया बनाकर करोड़ों की कंपनी खड़ी कर लेना हर किसी के बस की बात नहीं है। लेकिन ऐसा ही कुछ कर दिखाया गुड़गांव की निधि यादव ने, जो आज एथनिक क्लॉथ कंपनी AKS की मालकिन हैं। इस कंपनी की वेल्यू आज करोड़ों में है। एक समय में वो भी 9 टू 5 ऑफिस जॉब करती थीं। एक दिन वो ऑफिस में सीनियर से बात कर रही थीं, जब उन्हें ये बिजनेस का आइडिया दिया गया। ये बात निधि ने खुद एक इंटरव्यू में बताई। वो कहती हैं कि सीनियर्स ने उन्हें फैशन के क्षेत्र में कुछ करने की सलाह दी। हालांकि निधि फैशन की शौकीन थीं, पर उन्हें इसकी बारीकियों के बारे में नॉलेज नहीं थी। इस वजह से उन्हें फैशन स्कूल में दाखिला लिया।
2014 में लान्च की कंपनी
निधि ने पॉलिमोडा फैशन स्कूल में 1 साल का कोर्स किया। इसके बाद उन्हें इटली के फैशन हाउस में नौकरी भी मिल गई, लेकिन वो हमेशा से अपना कुछ करना चाहती तो वो भारत लौट आईं। साल 2014 में उन्हें सिर्फ साढ़े 3 लाख रुपये में अपनी कंपनी शुरू की। उनके आसपास सारे लोग उनके कंपनी शुरू करने से हैरान थे पर उन्होंने सारी तैयारी कर ली थी। मजे की बात ये ही कि उन्हें ये बिजनेस घर से शुरू किया। 6 महीने तक एक बड़ी क्लोथिंग कंपनी में लगाकर उनके काम करने का तरीके और यूनिक डिजाइन को करीब से देखा था। फिर क्या था, निधि बिना हारे मेहनत कर गई और देखते ही देखते 5 साल के अंदर कंपनी का रेवेन्यू 100 करोड़ तक का हो गया।
आपदा को बदला अवसर में
कोरोना का समय किसी भी बिजनेस के लिए अच्छा नहीं था। निधि की कंपनी AKS भी उस समय मुसीबतों में घिर गई। इतना बुरा हाल हो गया था कि कर्मचारियों की सैलरी भी देने मुश्किल हो गया था। लेकिन निधि ने इस समय भी मौके देखते हुए मास्क और पीपीई किट बनाकर बेचना शुरू कर दिया। ये मास्क उस कपड़े से बनाए गए जो कतरन के तौर पर बचता था। इस कतरन इस्तेमाल भी हो जाती थी और कोरोना के वक्त कमाई भी होती रही।
200 करोड़ से ज्यादा हो गया है कंपनी का रेवेन्यू
2018 तक AKS कंपनी का रेवेन्यू 48 करोड़ रहा और फिर साल 2019 में 100 करोड़ का आंकड़ा छू गया। रिपोर्ट्स की मानें तो कभी इस क्लोथिंग ब्रांड का रेवेन्यू 200 करोड़ से भी ज्यादा है।