पेरेंटिंग एक कठिन अनुभव हो सकता है, खासकर पहली बार माता-पिता के लिए। हालांकि, जब दूसरे बच्चे की बात आती है, तो अधिकांश परिस्थितियां वहीं रहती हैं, इसलिए उस समय उतनी चिंता या घबराहट नहीं होती जितनी पहले बच्चे के जन्म के दौरान होती है। पहले बच्चे और दूसरे बच्चे की परविश में कैसे अंतर आता है आईए जानते हैं इसके बारे में-
1. Photographs
पहले बच्चे के जन्म के बाद पैरेंट्स उसकी हर मेमेरी को सेव करते हैं उसकी हर मुवमेंट, शरारतें, बच्चे का खेलना, आदि जैसी हर पल को कैमरे में कैद करते हैं। वहीं दूसरे बच्चे के जन्म के बाद ऐसी एक्साइटमेंट नहीं रहती हैं, यह एक फर्क अकसर दिखाई देता है।
2. Hygiene
पहले बच्चे के जन्म के बाद मां उसके हर स्टाइलिंग के उपर ध्यान देतीं है। बालों में कंघी करने से लेकर उसकी ड्रैसिंग सेंस तक हर छोटी-छोटी चीज़ों का ख्याल रखा जाता है। बच्चे की छोटी से छोटी से हाईजीन का ख्याल ऱखते हैं जैसे कि धूल मिट्टी में उसके खेलने पर माता-पिता काफी सचेत रहते हैं उसके हल्के बिमार होने पर भी हम बड़े-बड़े से डाॅक्टर संपर्क करते हैं। लेकिन दूसरे बच्चे के जन्म के बाद माता-पिता में थोड़ा आलस आ जाता है, क्योंकि उन्होंने अपना सारे शौक पहले बच्चे के दौरान पूरे कर लिए होते हैं।
3. Toys
जब आपकों पता चलता है कि आपके घर पहला मेहमान आने वाला है तो आप उसके लिए ढेरों खिलौने लाते हैं, वो भी बिना किसी आर्थिक दिक्कत के। वहीं जब आपके दूसरे बच्चे के जन्म की बात आती है, तो आपको आपके बजट का एहसास होता है। आप उनसे अपेक्षा करते हैं कि वे साझा करें या आप बच्चे के लिए किफ़ायती दुकानों में पुराने खिलौने ढूंढ़ते हैं।
4. Activities
अपने बच्चे के दौरान माता-पिता जमकर उनके साथ एक्टिवटी करते हैं जिसमें तैराकी, संगीत की शिक्षा, मार्शल आर्ट आदि शामिल हैं। आप सावधानीपूर्वक उनके कार्यक्रम की योजना बनाते हैं और जैसे ही वे उनसे जुड़ने के लिए पर्याप्त होते हैं, उन्हें कक्षाओं में डाल देते हैं। लेकिन दूसरे बच्चे के दौरान माता-पिता इतनी एक्टिवटी नहीं कर पाते।
5. Breastfeeding
अकसर देखा गया है कि पहले बच्चे के दौरान मां ज्यादा Breastfeeding करवाती है। वहीं दूसरे बच्चे के जन्म के बाद मां थोड़ी बेपरवाह सी हो जाती है या कह लो, शरीरिक रूप से परेशानी रहती है।
6. Clothes
इस स्थिति में हैंड मी डाउन कपड़े पसंदीदा होते हैं। आप अपने दूसरे बच्चे के जन्म के लिए उतने कपड़े नहीं खरीदते जितने पहले बच्चे के दौरान खरीदते हैं, ज्यादातर पैरेंट्स अपने पहले बच्चे की ही कपड़े दूसरे बच्चे के लिए रखते हैं।