बॉलीवुड फिल्मों में अगर सबसे ज्यादा किसी एक्ट्रेस ने मां का किरदार निभाया है तो वो थी 'रीमा लागू' और फैंस ने भी उन्हें इस किरदार में काफी पसंद किया। एक्ट्रेस रीमा लागू इतनी बेहतरीन एक्ट्रेस थी कि उनसे दिग्गज एक्ट्रेस श्रीदेवी को भी जलन होने लगी थी। चलिए एक नजर डालते हैं रीमा लागू की लाइफ स्टोरी पर...
रीमा लागू का असली नाम था नयन भड़भड़े...इनकी मां फेमस मराठी एक्ट्रेस थी। अपनी मां से प्रेरित रीमा का बचपन से ही एक्टिंग की तरफ रूझान था। वह स्कूल के कई नाटकों में हिस्सा लिया करती थीं। बाल कलाकार के रूप में रीमा ने लगभग 9 फिल्मों में काम किया लेकिन पढ़ाई पूरी करने के लिए वो मुंबई से पुणे शिफ्ट हो गई। 11 वीं की पढ़ाई पूरे करने के बाद वो फिर से मुंबई वापिस आ गई और फिल्मों में काम करने लगी। करियर की शुरुआत उन्होंने मराठी फिल्म से की लेकिन उन्हें पहचान बॉलीवुड फिल्मों से मिली। उन्होंने पहली बार फिल्म 'कयामत से कयामत तक' में जूही चावला की मां का किरदार निभाया था। रीमा ने 'हम साथ साथ हैं', 'कुछ कुछ होता है', 'मैंने प्यार किया', 'कल हो ना हो' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में यादगार भूमिका निभाई।
एक बार रीमा की एक्टिंग को देख श्रीदेवी काफी घबरा गई थी। दरअसल, फिल्म 'गुमराह' में रीमा ने श्रीदेवी की मां का रोल किया था। फिल्म को महेश भट्ट डायरेक्ट कर रहे थे और यश जौहर इसके प्रोड्यूसर थे। फिल्म की एडिटिंग के दौरान जब श्रीदेवी की नजर रीमा पर पड़ी तो वह उनकी एक्टिंग देख घबरा गईं। उन्हें ऐसा लगा कि रीमा की जबरदस्त एक्टिंग उनके किरदार को फीका कर सकती है इसलिए उन्होंने महेश भट्ट और यश जौहर से रीमा का रोल कम करने के लिए कह दिया। यश जौहर ऐसा कभी नहीं करना चाहते थे लेकिन उन्होंने श्रीदेवी की बात मानी और साथ ही रीमा से एक वादा भी किया। वो वादा यह था कि यश जौहर के प्रोडक्शन में अब जो भी फिल्मों बनेंगी उन ज्यादातर फिल्मों में वही मां का किरदार निभाएगी।
पर्सनल लाइफ की बात करें तो फिल्मों की शूटिंग के दौरान रीमा लागू पॉपुलर मराठी एक्टर विवेक लागू को अपना दिल दे बैठी। कुछ साल बाद दोनों ने शादी कर ली। दोनों की एक बेटी है मृणमयी लागू। शादी के कुछ साल बाद ही दोनों में अनबन होने लगी, जिसके बाद रीमा पति से अलग बेटी के साथ रहने लगी। रीमा ने अकेले ही बेटी की परवरिश की। बेटी की परवरिश के लिए उन्होंने जी तोड़ मेहनत की।
भले ही रीमा की शादी नहीं चल सकी लेकिन अपने 4 दशक के करियर में उन्होंने अपनी छवि को कभी दागदार नहीं होने दिया। उनका किसी भी तरह के विवाद में ना तो नाम आया और ना ही किसी के साथ नाम जुड़ा। अपने आखिरी वक्त में भी रीमा लागू इंडस्ट्री में एक्टिव थी। उन्होंने मौत से चंद घंटो पहले तक शूटिंग की थी। शूटिंग कर वो शाम को घर वापिस आई और आधी रात को उनके सीने में दर्द हुआ और अस्पताल में उनकी मौत हो गई।