बच्चों की त्वचा बहुत ही नाजुक होती है जिसके कारण उनकी त्वचा पर अगर कोई भी कैमिकल प्रोडक्ट्स लगाया जाए तो यह खराब होने लगती है। कई बार शिशुओं के चेहरे पर छोटे सफेद दाने होने लगते हैं। बच्चों के चेहरे पर सफेद दान भी होने लगते हैं। कई बार तो चेहरे पर होने वाले पैच बड़े भी हो सकते हैं जिससे बच्चों की स्किन पर खुजली होने लगती है। यदि शिशुओं और बच्चों की त्वचा पर इस समस्या को ठीक न हो जो इसके निशान भी पड़ सकते हैं। तो चलिए आज आपको बताते हैं कि कैसे आप इससे बच्चे का बचाव कर सकते हैं...
क्यों होते हैं शिशु की त्वचा पर सफेद दाग?
शिशुओं को ऑटो इम्यून डिजीज होने के कारण चेहरे पर सफेद और छोटे पैच होने लगते हैं। ऑटो इम्यून डिजीज के कारण मेलेनोसाइट्स को नुकसान होने लगता है जिसकी वजह से शिशु की स्किन पर पैच होने लगते हैं।
विटिलिगो
विटिलिगो की समस्या किसी भी उम्र में बच्चे को हो सकती है। इसके कारण बच्चों के चेहरे और शरीर के अन्य अंगों पर भी सफेद रंग के पैच से दिखने लगते हैं। पहले तो यह पैच काफी छोटे होते हैं परंतु बाद में यह बढने लगते हैं। यह कोई इंफेक्शन रोग नहीं बल्कि जेनेटिक कारक, सनबर्न, कैमिकल के संपर्क में आने या ऑटोइम्यून डिसऑर्डर के कारण हो सकते हैं।
विटामिन की कमी
बच्चों और शिशुओं के शरीर में अक्सर विटामिन की कमी के कारण चेहरे पर पैच हो सकते हैं। विटामिन-बी12 की कमी से शरीर में पैच व दाग बनने लगते हैं। यह पैच और दाग हल्के रंग के भी हो सकते हैं। इसके अलावा जिंक और कैल्शियम की कमी के कारण भी शरीर में सफेद रंग के पैच हो सकते हैं।
पिटिरियासिस अल्बा
यह एक तरह की स्किन संबंधी समस्या होती है जो बच्चों और किशोरों को होती है इस तरह में बच्चों के चेहरे पर पैच बनने लगता हैं और उनकी त्वचा का कलर भी बदलने लगता है। इससे बच्चों की त्वचा पपड़ीदार होने लगते है और उसमें छोटे-छोटे सफेद रंग के पैच उभरने लगते हैं।
टीनिया वर्सिकलर
फंगल इंफेक्शन के कारण भी शिशु के चेहरे पर सफेद पैच होने लगते हैं। टीनिया वर्सिकलर एक ऐसी समस्या है जिसके कारण शिशु को फंगल इंफेक्शन हो सकता है। इसके कारण उनकी त्वचा पर एक तरह का एसिड सा बनने लगता है जिससे मेलेनिन का निर्माण होता है और त्वचा के रंग में भी बदलवा होता है।
कैसे करें बचाव?
. शिशु की त्वचा पर ज्यादातर पैच सफेद रंग के कारण होते हैं ऐसे में जब भी आप उनके चेहरे पर सनस्क्रीन लगाते हैं तो डॉक्टर की सलाह लें।
. यदि त्वचा पर रुखेपन के कारण पपड़ी बन रही है तो डॉक्टर की सलाह से कोई मॉइश्चराइजिंग क्रीम इस्तेमाल करें।
. फंगल इंफेक्शन के कारण अगर पैच होते हैं तो एंटीफंग्ल क्रीम आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
. अगर विटामिन-सी की कमी के कारण शिशु की त्वचा पर पैच बन रहे हैं तो आप उनकी डाइट में सब्जियां और फल शामिल कर सकते हैं।
. जंक फूड से शिशु को दूर रखें इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
. यदि आपको शिशु की त्वचा पर कोई समस्या दिख रही है तो उसे एक बार स्किन एक्सपर्ट्स की जरुर दिखाएं।