बच्चे अपने स्वास्थ्य के प्रति इतने जागरुक नहीं होते। ऐसे में पेरेंट्स की जिम्मेदारी उनके प्रति ओर भी बढ़ जाती है। सुबह उठने के बाद मुंह से दुर्गंध आना एक आम बात है क्योंकि सारी रात मुंह में रहने वाले बैक्टीरिया के रिएक्शन के कारण यह समस्या होती है। ब्रश करने पर दुर्गंध ठीक हो जाती है लेकिन कई बार ब्रश करने के बाद भी मुंह से दुर्गंध आती रहती है। खासकर बच्चों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस समस्या को हैलोटिसिस कहते हैं। पेरेंट्स कुछ बातों पर गौर करके बच्चों की ओरल हेल्थ का ध्यान रख सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
मुंह की सफाई रखें
बच्चे के मुंह से दुर्गंध आने के मुख्य कारण होता है मुंह की सफाई अच्छे से करना। बच्चे कई बार ब्रश नहीं करते, जिसके कारण उनके दांतों में लगे प्लाक अच्छे से नहीं निकाल पाते। दांतों की अच्छे से सफाई न हो पाने के कारण बचा हुआ खाना दांतों, जीभ, मसूड़ों से चिपका रहता है जिसके कारण मुंह में बैक्टीरिया गंदी दुर्गंध पैदा करने लगते हैं। ऐसे में आप बच्चो को रोजाना दिन में दो बार ब्रश करने की आदत डालें और खाने के बाद भी कुल्ला करने के लिए जरुर कहें।
जीभ में मौजूद बैक्टीरिया के कारण
जीभ पर अक्सर बैक्टीरिया रुकते हैं। खासकर अगर बच्चे के दांतों में डेंचर लगा तो भी प्लाक जमा हो सकते हैं। प्लाक जमा होने के कारण बच्चों के मुंह से गंदी बदबू आ सकती है। इसलिए आप बच्चों को ब्रश के साथ जीभ करने की आदत जरुर डालें। ब्रश या फिर प्लास्टिक के किसी क्लींजर के जरिए आप बच्चों के दांत साफ करवा सकते हैं।
मसूड़ों में इंफेक्शन
यदि बच्चे अपने दातों का ध्यान नहीं रखते। समय-समय पर दांत साफ नहीं करते तो भी उन्हें मसूड़ों में इंफेक्शन हो सकता है। मसूड़ों में इंफेक्शन होने के कारण भी उनके मुंह से गंदी बदबू आ सकती है। बच्चों के मुंह में किसी भी तरह का इंफेक्शन होने पर डॉक्टर को जरुर दिखाएं।
ड्राई माउथ
बच्चे अक्सर अपनी उंगली या अंगूठा चूसते रहते हैं तो उनका मुंह ड्राई हो सकता है। ड्राई मुंह में भी बैक्टीरिया बढ़ने लगते हैं जिसके कारण सलाइवा अच्छे से नहीं बन पाता। इस समस्या से बच्चे को बचाने के लिए आप उसे हाइड्रेटेड रखें। खूब सारा पानी बच्चे को पिलाते रहें। इसके अलावा आप बच्चे को आइस क्यूब्स और शुगर मुक्त गम भी दे सकती हैं।
मुंह से सांस लेने के कारण
जुकाम या नाक बंद के कारण बच्चे मुंह से सांस लेते हैं जिसके कारण पर्याप्त मात्रा में सलाइवा भी नहीं बन पाता। सलाइवा ने बन पाने के कारण माउथ ड्राई हो सकता है जिसके कारण मुंह से बदबू आने लगती है।