कई बार अचानक से मुंह का स्वाद बिगड़ने लगता है। इससे राहत पाने के लिए सभी मीठे, नमकीन और कई तरह के खट्टे पदार्थों का सेवन करते हैं। मुंह का स्वाद कड़वा होना एक आम समस्या है परंतु कई बार इसके पीछे कुछ कारण भी हो सकते हैं। यह समस्या मुख्य तौर पर खाना के प्रति रिएक्शन के कारण हो सकती है। लेकिन अगर बार-बार मुंह का स्वाद कड़वा होता है तो इसको नजरअंदाज न करें। आज आपको बताते हैं मुंह का स्वाद कड़वा किन कारणों से होता है और इसके लक्षण क्या होते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में...
किन कारणों से होता है मुंह का स्वाद कड़वा
मुंह साफ न करना
अोरल हैल्थ का ध्यान रखना बहुत ही आवश्यक है। यदि व्यक्ति सही तरीके से ओरल हेल्थ पर ध्यान न दे तो मुंह में छाले, दांतों में इंफेक्शन, कीड़े लगना, मसूड़ों में समस्या होना, मुंह में फोड़े बनना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इन्हीं समस्याओं के कारण मुंह में कड़वाहट भी महसूस हो सकती है।
मुंह सूखना
मुंह में बनने वाली लार की कमी के कारण भी व्यक्ति का मुंह सूखने लगता है जिसके कारण सांस में बदबू, मुंह का स्वाद कड़वा जैसे लक्षण दिख सकते हैं। इसके अलावा शराब और तंबाकू का सेवन करने के कारण मुंह से बदबू आती है जिसके कारण आपके मुंह का स्वाद भी बिगड़ सकता है। इसलिए शराब और तंबाकू का सेवन करने से परहेज रखें।
हार्मोन्स बदलने के कारण
हार्मोन्ल बदलने के कारण भी मुंह में कड़वेपन का स्वाद आ सकता है। जैसे गर्भावस्था में यह समस्या हो सकती है। प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में महिलाओं के मुंह का स्वाद कड़वा हो सकता है।
सांस संबंधी समस्याएं
यदि आपको सांस संबंधी समस्याएं है तो भी आपके मुंह का स्वाद बिगड़ सकता है। इसके अलावा साइनस या फिर कान के बीच में संक्रमण होने के कारण भी मुंह में कड़वाहट आ सकती है। जब सांस संबंधी समस्याएं शुरु होती हैं तो आपके मुंह का स्वाद भी धीरे-धीरे ठीक होने लगता है।
. इसके अलावा यदि आप विटामिन्स, आयरन, कैल्शियम, जिंक जैसे सप्लीमेंट्स का यदि सेवन कर रहे हैं तो भी आपके मुंह का स्वाद बिगड़ सकता है।
. दवाईयां जैसे एंटीबायोटिक, एंटीहिस्टामाइन, डायबिटीज की दवाईयां या फिर एंटीडिप्रेसेंट का सेवन करने के कारण भी आपके मुंह का स्वाद कड़वा हो सकता है।
लक्षण
मुंह का स्वाद बिगड़ने पर इस तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं जैसे
. सांसों में बदबू महसूस होना
. सीने में दर्द होना
. गले में खराश या फिर दर्द होना
. गला बैठ जाना
. खाना निगलने में परेशानी आना
. दांतों में झनझलाहट का महसूस होना
. भूख में कमी होना
. मसूड़ों में से खून आना
. मुंह लाल होना
. उल्टी आना
कैसे करें बचाव?
. धूम्रपान और शराब से परहेज रखें।
. मीठे पदार्थों का सेवन एक सीमित मात्रा में करें।
. कैफीन और सोडे का कम मात्रा में सेवन करें।
. पानी ज्यादा मात्रा में पिएं।
. 3-6 महीने में मसूड़ों और दांतों की जांच करवाते रहें।
. खट्टे फल जैसे संतरा, नींबू का सेवन करें।
. दांतों के साथ-साथ जीभ की सफाई करें।
. यदि मुंह का स्वाद बिगड़ गया है तो कुल्ला जरुर करें।
कई बार मुंह में स्वाद न आना किसी गंभीर बीमारी का कारण भी हो सकता है। ऐसे में यदि आपको मुंह में कड़वाहट होने के साथ-साथ तेज बुखार, सांस लेने में परेशानी और घटता वजन भी दिख रहा है तो एक बार डॉक्टर से जरुर संपर्क करें।