नारी डेस्क: रतन टाटा सिर्फ पैसों से नहीं बल्कि दिल से भी बेहद अमीर थे। तभी तो आज उनके निधन से टाटा परिवार के साथ- साथ पूरा देश गहरे सदमे में है। वह अच्छे बेटे, बिजनेसमैन होने के साथ- साथ अच्छे दोस्त भी थे। रतन टाटा के चले जाने के बाद उनका सबसे खास दोस्त अब बिल्कुल अकेला रह गया है। टाटा के साथ साये की तरह रहने वाले शांतनु नायडू ने बेहद ही भावुक पोस्ट शेयर किया है।
शांतनु रतन टाटा के निजी सचिव हैं, उनके काम से प्रभावित होकर ही रतन ने उन्हे अपना सचिव चुना था। उन्होंने खुद शांतनु को फ़ोन कर कहा था कि आप जो करते हैं मैं उससे बहुत प्रभावित हूं, क्या मेरे असिस्टेंट बनोगे। शांतनु और टाटा कई सालों से एक साथ काम कर रहे हैं।उम्र के अंतर के बावजूद दोनों की बॉन्डिंग काफी अच्छी थी। अब शांतनु को अपने दोस्त की कमी बहुत खलेगी।
रतन टाटा के कार्यालय के 30 वर्षीय महाप्रबंधक शांतनु नायडू ने अपने पोस्ट में लिखा- ''इस दोस्ती ने अब मुझमें जो ख़ालीपन छोड़ दिया है, उसे भरने में मैं अपनी बाकी ज़िंदगी बिता दूंगा। दुःख प्यार के लिए चुकाई जाने वाली कीमत है। अलविदा, मेरे प्रिय प्रकाशस्तंभ।'' रतन टाटा अक्सर सार्वजनिक उपस्थिति में नायडू के साथ होते थे।
दरअसल शांतनु और टाटा मिलकर सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त आवारा पशुओं की मदद के लिए काम करते हैं। कहा जाता है कि रतन टाटा अपना पर्सनल निवेश जिन स्टार्टअप्स में करते हैं, उनके पीछे शांतनु का दिमाग होता था। कहा तो यह भी जा रहा है कि शांतनु ने ही रतन टाटा को सोशल मीडिया से परिचित कराया था। उन्हें हैशटैग, ट्रेंड और इमोजी के बारे में सब कुछ सिखाया।