बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत के बारे में कोई बात करे और वह उसका जवाब ना दे, ऐसा तो हाे नहीं सकता। वह अच्छे से जानती हैं कि कब किसको कैसे जवाब देना है। दिग्गज एक्टर अन्नू कपूर ने पंगा गर्ल का जिक्र कर लगता है बड़ा पंगा ले लिया। बॉलीवुड क्वीन ने एक्टर पर पर ऐसा पलटवार किया है कि अब वह कभी भी उनका जिक्र नहीं कर पाएंगे।
दरअसल अन्नू कपूर ने अपनी आगामी फिल्म 'हमारे बारह' के प्रमोशन के दौरान कई ऐसी- ऐसी बातों की है जो लोगों को रास नहीं किया। एक इवेंट में जब उनसे कंगना को पड़े थप्पड़ के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने अभिनेत्री को पहचानने से ही इंकार कर दिया। उन्होंने पूछा- 'ये कंगना जी कौन हैं? कृपया बताएं ना कौन हैं? जाहिर है आप पूछ रहे हैं तो कोई बहुत बड़ी हीरोइन होंगी? सुंदर हैं क्या?'
जब अन्नू कपूर को बताया गया कि कंगना अब मंडी से सांसद हैं, तो उन्होंने कहा- 'ओहो वो भी हो गईं! अभी तो बहुत पावरफुल हो गई हैं।' वह मजाक भरे लहजे में कहते हैं- मुझे पहले से ही नफरत है कि वह सुंदर हैं क्योंकि मैं नहीं हूं, ऊपर से वह पावर रखती हैं और आप मुझसे कह रहे हैं कि किसी अधिकारी ने उसे थप्पड़ मारा? ऐसे में मुझे लगता है कि उन्हें आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जरूर करनी चाहिए।'
अन्नू कपूर ने सुझाव दिया कि कंगना को उनके खिलाफ कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। अब कंगना ने जवाब देने में देर ना लगाते हुए अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर अन्नू कपूर की एक क्लिप शेयर करते हुए सवाल किया कि- क्या आप अन्नू कपूर जी से सहमत हैं कि हम एक सफल महिला से नफरत करते हैं, अगर वह खूबसूरत है तो उससे ज्यादा नफरत करते हैं और अगर वह ताकतवर है तो उससे और भी ज्यादा नफरत करते हैं? क्या यह सच है?'
इसके बाद कंगना रणौत ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक लंबा नोट लिखकर कुछ सवाल किए हैं। पहला सवाल- , 'क्या हम महिलाओं से हमेशा विनम्र होने की उम्मीद करते हैं? क्या हम पावरफुल महिलाओं को अपमानित करने के लिए दबंग या हावी रहने वाली कहते हैं? फिर चाहें वे बॉस हों या नेतृत्व की स्थिति में हों?
दूसरा सवाल-'अगर महिलाएं अपनी भावनाओं से ऊपर उठकर कुछ फैसले लेने में सक्षम है तो क्या हम उन्हें जज करते हैं? क्या ऐसी स्थिति में हमें लगता है कि उनमें स्त्रियों वाले गुण नहीं हैं? साथ ही, जो महिलाएं अपनी भावनाओं के आगे झुक जाती हैं, क्या हम उन्हें भी जज करते हैं और सोचते हैं कि वे हार गई हैं'?
तीसरा सवाल है- 'क्या यह भी सच है कि अगर किसी महिला का बाहरी रूप या व्यवहार कठोर है तो पुरुष उससे प्रतिस्पर्धा करना शुरू कर देते हैं, लेकिन यदि वह सहज है तो वे उसमें अवसर तलाशने लगते हैं। क्या ऐसा है कि अगर कोई महिला ऐसी स्थिति में अपनी पावर का इस्तेमाल करे तो उसके पुरुष कर्मचारी भी इसे व्यक्तिगत रूप से लेने लगते हैं और हारने वालों की तरह व्यवहार करते हैं'?