तांबे के बर्तन में पानी पीना सेहत के लिए लाभकारी है। आयुर्वेद भी इसकी पुष्टि कर चुका है। इससे वात, पित्त और कफ जैसी समस्या नहीं होती। विशेषज्ञों की मानें तो तांबे के बर्तन में रातभर पानी रखकर सुबह पीने से शरीर में विषैले पर्दार्थों के प्रभाव को कम किया जा सकता है। अमेरीकन कैंसर सोसाइटी द्वारा किए गए एक शोध की मानें तो तांबा कैंसर की प्रारम्भिक अवस्था में काफी मददगार होता है।
क्या ये पानी गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद है? आज हम आपको प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए ताबें के बर्तन में रखे पानी पीने के फायदे और उससे जुड़ी सावधानियों के बारे में बताएंगे...
तांबे के बर्तन में पानी पीने के फायदे
शिशु को पोषण
तांबे के बर्तन में पानी पीने से रैड ब्लड सैल्स बढ़ते हैं। इससे प्रैग्नैंसी के दौरान शरीर में होने वाली खून की कमी को दूर किया जा सकता है। ताबें के बर्तन में रखा पानी पेट में पल रहे शिशु के लिए भी लाभकारी होता है।
इम्युनिटी बूस्ट
एक्सपर्ट की मानें तो तांबे के बर्तन में रखा पानी संक्रमणमुक्त होता है। अगर गर्भवती महिला इस पानी को पिए तो उसकी इम्युनिटी बूस्ट होगी और अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद मिलेगी।
सूजन से राहत
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के पैरे में सूजन और भारीपन की शिकायत रहती है।इसमें तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना फायदेमंद होता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, ताबें में एंटी -इफ्लेमेटरी जैसा गुण है, जो सूजन को दूर करने में असरदार होता है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि आयुर्वेद भी इसकी पुष्टि कर चुका है कि तांबे के बर्तन में पानी रखकर पीना सामान्य व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। गर्भवती महिलाओं के लिए भी यह अच्छा होता है लेकिन यह कितना फायदेमंद है इस बारें में अभी ज्यादा शोध नहीं हुए हैं।
इन बातों पर भी दें ध्यान
-तांबे के बर्तन का यूज कर रही हैं तो इन बातों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है
- तांबे के बर्तन को नींबू से दूर रखें। तांबा नींबू से संपर्क में आकर प्रतिक्रिया करता है जो शरीर के लिए अच्छा नहीं।
-तांबे के बर्तन में रखे पानी को दही के साथ न मिलाएं। इससे फूड प्वॉइजनिंग हो सकती है।
-तांबे के बर्तन में रखे पानी को अचार, सिरका और छाछ से दूर रखें।
-तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने के कम से कम आधे घंटे तक दूध या चाय नहीं पिएं।
-तांबे के बर्तन में रखा पानी पीकर थोड़ी देर टहलें।