एनीमिया एक ऐसी समस्या है जिसके कारण शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं और हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। हीमोग्लोबिन, लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद प्रोटीन होता है जो शरीर के विभिन्न अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करता है। भारतीय महिलाओं में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है, जिसका दोष वह अपने खान-पान को देती है लेकिन एनीमिया का कारण आपके पीरियड्स भी बन सकते हैं।
जी हां, खून की कमी, रैड ब्लड सेल्स में समस्या, बोनमैरो और स्टेम सेल में प्रॉब्लम्स, हॉर्मोन्स बदलाव के अलावा हैवी पीरियड्स भी एनीमिया का कारण बन सकती हैं। चलिए आपको बताते हैं कैसे...
हैवी पीरियड्स और एनीमिया में संबंध?
दरअसल, पीरियड्स के दौरान अधिक ब्लीडिंग यानि मेनोरेजिया के कारण शरीर में खून की कमी होने लगती है। रिसर्च के अनुसार, अमेरिका में हर 5 में से एक महिला को यह प्रभावित करता है। ऐसे में शरीर जितनी लाल रक्त कोशिकाओं बनाता है उससे ज्यादा कम होने लगती है। नतीजतन, इससे हीमोग्लोबिन बनने में दिक्कत आती है और शरीर के विभिन्न अंगों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती।
हालांकि शादीशुदा महिलाओं में बार-बार गर्भ धारण करने की वजह से भी शरीर में खून की कमी हो सकती है।
ऐसे पहचान शरीर में एनीमिया का लक्षण...
हालांकि हैवी पीरियड्स ब्लीडिंग से एनीमिया होने का खतरा कई बातों पर निर्भर करता है जिसमें आपकी डाइट भी शामिल है। अगर आपके खून में आयरन और हीमोग्लोबिन दोनों की ही कमी है तो शरीर में ऐसे लक्षण दिखाई देंगे...
-थकान
-कमजोरी
-सांस लेने में दिक्कत
-त्वचा का पीला पड़ना
-चक्कर आना या सिर घूमना
-सिरदर्द
मासिक धर्म में हैवी ब्लीडिंग क्यों होती है?
प्रोजेस्टेरॉन और एस्ट्रोजेन हार्मोन्स के कारण पीरियड्स में हैवी ब्लीडिंग हो सकती है। इसके अलावा...
-यूट्रस फाइब्रॉयड
-एंडोमेट्रिओसिस
-ऑव्यूलेशन से जुड़ी समस्याएं
-गर्भाशय के ऊत्तकों में हानि
-इंट्रायूट्रिन डिवाइस
-एस्पिरिन और एंटीकोगुलेंट जैसी दवाइयां
-खून से संबंधित बीमारियां
क्या प्रेगनेंसी में आती है कोई दिक्कत?
एनीमिया से कंसीव करने में तो कोई दिक्कत नहीं आती लेकिन प्रेगनेंसी में एनीमिया होने से शिशु को हानि हो सकता हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि कंसीव करने से पहले आप डॉक्टर से इस बारे में बात करें। आप डॉक्टर की सलाह से प्रीनैटल विटामिन्स का सेवन भी कर सकती हैं।
हैवी पीरियड्स की वजह से होने वाले एनीमिया का इलाज
1. सबसे पहले तो डाइट में आयरन युक्त फूड्स जैसे अंडा, चुकंदर, पालक, मछली, रेड मीट, साबुत अनाज, दालें, बीन्स, पनीर, सोयाबीन आदि लें। आप डॉक्टर की सलाह से हार्मोनल बर्थ कंट्रोल गोलियां, फोलिक एसिड या आयरन सप्लिमेंट्स ले सकती हैं।
2. प्रेगनेंसी में खून की कमी से बचने के लिए विटामिन सी से भरपूर फूड्स जैसे खट्टे फल अधिक खाएं। इसके अलावा डाइट में सूखे मेवे शामिल करें।
3. पीरियड्स दर्द से छुटाकारा पाने के लिए कैफीन का सेवन ना करें क्योंकि यह आयरन के अवशोषित क्षमता को कम करता है। इसकी बजाए आप तुलसी की चाय बनाकर पीएं।
4. एत गिलास चुकंदर के जूस में 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से भी एनीमिया की शिकायत दूर होगी।
5. गिलोय के रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो पीएं। इससे भी एनीमिया की शिकायत दूर होगी।
कुछ गंभीर मामलों में सर्जरी की नौबत भी आ सकती है इसलिए एनीमिया के लक्षण दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह करें।