12 MAYSUNDAY2024 5:29:50 PM
Nari

न डायबिटीज न कोरोना... फिर भी ब्लैक फंगस ने घेरा, दवा की कमी ने बढ़ाया खतरा

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 27 May, 2021 12:39 PM
न डायबिटीज न कोरोना... फिर भी ब्लैक फंगस ने घेरा, दवा की कमी ने बढ़ाया खतरा

कोरोना वायरस के बाद म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस भारत में तबाही मचा रहा है। अब तक यही कहा जा रहा था कि स्टेरॉयड ट्रीटमेंट लेने वाले कोरोना मरीजों में ही ब्लैक फंगस फैल रहा है लेकिन हाल ही में सामने आए केसों ने डॉक्टरों को मुश्किल में डाल जिया है। दरअसल, हाल ही में कोरोना के कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्हें ना ही तो कोरोना था और ना ही डायबिटीज, हार्ट डिसीज जैसे कोई और बीमारी।

नहीं हुआ कोरोना फिर भी ब्लैक फंगस ने घेरा

बता दें कि पंजाब में अब तक ब्लैक फंगस के 158 से ज्यादा मामले सामने आएं, जिनमें से 32 मरीजों को कभी कोरोना संक्रमण नहीं हुआ था। वहीं, उत्तर प्रदेश में ब्लैक फंगस के 454 केस में से 413 मरीज ऐसे थे जिन्हें ना ही तो कोरोना हुआ और ना ही डायबिटीज। ऐसे में ना डॉक्टरों व वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ गई है।

PunjabKesari

दवा की कमी से बढ़ रहा खतरा

बता दें कि देश में कोरोना ही नहीं बल्कि ब्लैक फंगस की दवाओं में भी कमी है। ऐसे में डॉक्टरों को इसकी वैकल्पिक दवाइयां देने के लिए कहा जा रहा है। ब्लैक फंगस के लिए एंफोटरइसिन-बी इंजेक्शन दिया जाता है लेकिन इसके अभाव के कारण0 पोसाकोनाजोल इंजेक्शन व दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है।

छूने से नहीं फैलता ब्लैक फंगस 

एक्सपर्ट के मुताबिक, यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के छूने से नहीं फैलती। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को इसका खतरा सबसे अधिक होता है। इसके अलावा गंदगी जहां होगी, वहां ब्लैक फंगस का खतरा भी अधिक होगा।

अधिक खतरे में डायबिटीज के मरीज

डायबिटीज मरीजों को सबसे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। दरअसल, ऐसे मरीजों की इम्यूनिटी कमजोर होती है। वहीं, ऐसे में मरीजों में शुगर लेवल बढ़ जाने पर ब्लैक फंगस खतरनाक रूप ले सकता है।

PunjabKesari

नाक के जरिए फैलता है संक्रमण

यह फंगस नाक से शरीर में जाकर रक्तवाहिनी को बंद कर देता है। फिर वहीं से यह साइनस में चला जाता है। साइनस एयर नाक के पास ही आंख होती है, जहां जाकर यह अंधेपन का कारण बनता है।

क्या भाप और कूलर की हवा से भी फैल रहा वायरस

-एक्सरपर्ट की मानें को ब्लैक फंगस भाप लेने या कूलर की हवा से नहीं फैलता। हालांकि यह हवा, पौधें, बाथरूम और हमारे आसपास मौजूद हो सकता है। मगर, यह व्यक्ति वायरस उसी पर अटैक करता है, जिसकी इम्यूनिटी कमजोर हो।

-इसके अलावा ऐसी अफवाह फैल रही है कि लंबे समय तक मास्क लगाने से भी ब्लैक फंगस फैल रहा है जबकि यह गलत है। हालांकि फिर भी लोगों को मास्क साफ करने व बदलते रहने की जरूरत है।

PunjabKesari

इन बातों का रखें खास ध्यान

1. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए तली-भुनी चाजें, जंक फूड्स, प्रोस्सेड व डिब्बाबंद फूड्स से दूर करें।
2. डाइट में विटामिन्स, मैग्नीशियम, कैल्शियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स अधिक लें। इसके अलावा लिम्फोसाइट्स बढ़ाने वाले फूड्स जैसे सुखे मेवे, प्लांट ऑयल (सोयबीन), पालक, लहसुन, ग्रीन टी, सिट्र्स फ्रूट्स (नींबू, मौसमी, संतरा), आम खाएं। 
3. बिना डॉक्टर की सलाह के सप्लिमेंट्स ना लें और लक्षण दिखते ही तुरंत चेकअप करवाएं।
4. 7 से 9 घंटे तक की भरपूर नींद लें और तनाव लेने से बचें।
5. रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज व योग करें। भोजन के बाद कम से कम 20 मिनट टहलें। 
6. खूब पानी पिएं, हरी सब्जियां खाएं और चीनी कम कर दें।

ध्यान रखें कि कोरोना, ब्लैक व व्हाइट फंगस के लक्षण अगर समय रहते पहचान लिए जाए तो इलाज संभव है इसलिए सावधान रहें और सुरक्षित रहें।

Related News