हिंदी सिनेमा की 70 और 80 दशक की फेमस एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी ने कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया। हालांकि वो अक्सर अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में बनी रही। मौसमी चटर्जी की बेटी पायल का साल 2019 में निधन हो गया था। जिसके बाद से एक्ट्रेस और उनके दामाद के बीच विवाद शुरू हो गया। यहां तक कि उनके दामाद ने उनकी बेटी की अस्थियां तक विसर्जित नहीं की थी। जिसे अब यानि 18 महीने बाद विसर्जित किया गया है।
मौसमी चटर्जी के दामाद ने अपनी पत्नी पायल की अस्थियों को घर के बाहर रखा था। जिसे उन्होंने पिछले हफ्ते त्रिवेणी संगम में विसर्जित कर दिया। इस बारे में डिकी ने बताया, 'मैंने पायल के अंतिम संस्कार के समय उससे वादा किया था कि मैं उसकी अस्थियों को त्रिवेणी संगम में विसर्जित करूंगा। ये उसकी फेवरेट धार्मिक जगह थी क्योंकि उसे आस्था पर विश्वास था। वह खुद भी त्रिवेणी संगम जाना चाहती थी लेकिन हम जा नहीं पाए।'
वह आगे कहते हैं, 'मैंने अब तक उसकी अस्थियों को घर के बाहर रखा था। वहीं अब हमेशा के लिए उसे त्रिवेणी संगम में रख दिया है। वह जहां भी है खुश है। उसके लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं।' निधन के इतने दिनों बाद अस्थियों का विसर्जन करने पर डिकी ने कहा, 'पिछले साल मैंने त्रिवेणी की टिकट बुक कर ली थी लेकिन कोरोना के कारण देर होती रही। पायल के जाने से मैं अकेला हो गया हूं।'
क्यों हुआ सास संग विवाद ?
मौसमी चटर्जी ने साल 2018 में दामाद डिकी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी कि वह पायल का ध्यान नहीं रखता। उन्होंने उनकी बेटी को उन्हें सौंप दिया है लेकिन पायल अपने पति के साथ ही रही। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मौसमी और डिकी साथ में बिजनेस कर रहे थे। जिसमें आई दिक्कतों के चलते दोनों में विवाद शुरू हुआ। इस बीच पायल को डायबिटीज हो गई जिसके चलते वह 30 महीनों तक कोमा में थी।
इसके बाद पायल की तबीयत में सुधार होना शुरू हुआ लेकिन नेफ्रोलाॅजिकल सिस्टम की वजह से कई काॅम्पलीकेशन्स होने लगे। पायल की 2 सर्जरी हुई थी जिसमें से एक ब्रेन की थी। पायल के पति ने एक इंटरव्यू में बताया था कि पायल के अंतिम संसमकार में सिर्फ उनके पिता और बहन थे। मौसमी चटर्जी तो उन्हें देखने भी नहीं आई थी।