बृहस्पतिवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस दिन भगवान विष्णु की सच्चे दिल से पूजा- अर्चना की जाए तो जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। घर में धन की कभी कमी नहीं करती। ज्योतिषशास्त्रों के अनुसार इस दिन किए गए कुछ काम जीवन में दुर्भाग्य भी लेकर आते हैं। आज आपको ऐसे ही कामों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें गुरुवार के दिन भूल से भी नहीं करना चाहिए....
इन कामों को करने से बचें
बृहस्पतिवार के दिन नाखून या बाल नहीं काटने चाहिए। महिलाओं को बाल नहीं धोने चाहिए। कहा जाता है कि इससे संपत्ति और संपन्नता सुख में कमी आती है। पिता, गुरु और साधु- संत बृहस्पति का प्रतिनिधि करते हैं। इसलिए कभी भी इनका अपमान न करें। खिचड़ी न तो घर में बनाएं और न खाएं। हो सके तो गुरुवार के दिन कपड़े धोने से भी बचें। यदि बहुत ज्यादा अनिवार्य न हो तो हॉस्पिटल जाने से भी बचें।
ये काम करें
बृहस्पतिवार के दिन सूर्य उदय होने से पहले शुद्ध होकर भगवान विष्णु के समक्ष गाय के शुद्ध देसी घी का दीपक जलाएं। केसर अथवा हल्दी का तिलक मस्तक पर लगाएं। पीली चीजों का दान करें। संभव हो तो व्रत रखें। भगवान शिव पर पीले रंग के लड्डू अर्पित करें। केले के पेड़ का पबजन करें, प्रसाद में पीले रंग के पकवान अथवा फल अर्पित करें। केले का दान करें।
विष्णु सहस्त्रनाम का करें पाठ
पवित्र मन से विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ व्यक्ति के सारे संकट और बाधाओं के साथ कुंडली के सारे अशुभ योगों को भी शुभता में बदल सकता है। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से भाग्य साथ देने लगता है और कार्यों में सफलता मिलने लगती हैं। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से भाग्य साथ देने लगता है और कार्यों में सफलता मिलने लगती हैं। विष्णु सहस्त्रनाम के पाठ से मनोवैज्ञानिक लाभ मिलता है। मन की सारी दुविधा और परेशानियां खत्म होती हैं।