जब बच्चा पैदा होता है तो कुछ समय के बाद मांएं या घर की बुजुर्ग महिलाएं उसकी मालिश करना शुरू कर देती हैं क्योंकि हम शुरू से ही ऐसा सुनते आए हैं कि मालिश करने से नवजात की हड्डियां मजबूत होती है और शारीरिक विकास अच्छा होता है। और तो और कुछ बुजुर्ग का कहना ये भी होता है कि मालिश करने से बच्चे के शरीरिक बनावट को बदला जा सकता है जैसे नाक मोटी हैं तो मालिश से उसे ठीक शेप में ढाला जा सकता है लेकिन क्या यह सच है कि मालिश करने से हड्डियों और मांसपेशियों में मजबूती आती हैं और क्या अंगों में बदलाव किया जा सकता है? इस बारे में एक्सपर्ट की क्या राय है चलिए आपको बताते हैं।
एक्सपर्ट की मानें तो ऐसा करने पर बच्चे की मांसपेशियां या हड्डियां मजबूत नहीं होती बल्कि उसे आराम मिलता है और अच्छी नींद आती है लेकिन इससे शारीरिक बनावट नहीं बदली जा सकती।
एक्सपर्ट के अनुसार, उनके पास ऐसे बहुत से लोग आते हैं जिन्हें लगता है कि अगर रोजाना नाक की हड्डी की मालिश करें तो नाक की हड्डी ऊंची हो जाती है जबकि ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि शरीर की बनावट उसके जीन पर निर्भर करती है, जो कि मालिश करके बदली नहीं जा सकती है।
मालिश करना क्यों जरूरी और कैसे करनी चाहिए?
डॉक्टर ने बताया कि मालिश करना बच्चे को आराम देने के लिए अच्छा है लेकिन इस बात का ख्याल रखें कि ज्यादा दबाव देकर बच्चे की मालिश ना करें क्योंकि शुरुआती 3 महीनों में बच्चों की हड्डियां बेहद कमजोर होती है। अगर आप बच्चे की मालिश दबाव डालकर करेंगे तो इससे बच्चे को समस्या हो सकती है। गलत मालिश बच्चे को चिड़चिड़ा बना सकती है और इससे बच्चे के शरीर में दर्द भी हो सकती है जिससे वह लगातार रो सकता है इसलिए डॉक्टर या नर्स से सलाह लें।
मालिश करने के फायदे
. इससे नवजात का विकास तेजी से होता है और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
. मालिश करने से नवजात को पेट संबंधी समस्याओं जैसे कब्ज और गैस में आराम मिल सकता है। अगर बच्चे को कब्ज रहती हैं तो पेट की क्लॉक रोटेट में नाभि के आस पास हल्के हाथों से मसाज जरूर करें।
. शिशुओं की मालिश उसे अच्छी नींद आएगी। बच्चों के लिए नींद उनके अच्छे स्वास्थ्य और विकास के लिए बेहद जरूरी है।
. शिशुओं की मालिश करने से उनके शरीर में लचीलापन आता है, जिससे उनका शारीरिक विकास सही ढंग से होता है।