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पहली बीवी के प्यार में महेश भट्ट ने बनाई थी 'आशिकी' लेकिन वहीं प्यार बन गई 'वैम्प वुमन'

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 16 Apr, 2022 06:31 PM
पहली बीवी के प्यार में महेश भट्ट ने बनाई थी 'आशिकी' लेकिन वहीं प्यार बन गई 'वैम्प वुमन'

आलिया भट्ट, फाइनली आलिया भट्ट कपूर बन गई है पूरा सोशल मीडिया रणबीर-आलिया की तस्वीरों से भरा पड़ा है। बेटी को विदा करने पूरा भट्ट परिवार रणबीर के 'वास्तु' अपार्टमेंट में पहुंचा था। महेश भट्ट जो की बॉलीवुड के नामी सितारों में एक हैं उन्होंने अपने हाथ पर मेंहदी से आलिया रणबीर का नाम लिखवा कर उनके बेटी और दामाद के प्रति अपना प्यार व्यक्त किया।

बता दें कि वह उन लोगों में भी शामिल रहे हैं जो अपनी प्रोफेशनल से ज्यादा पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में छाए रहते हैं। बॉलीवुड के मशहूर फिल्म निर्माता महेश भट्ट जिनकी निजी जिंदगी अक्सर सुर्खियों में ही हेडलाइंस बनकर ही छाई रही है फिर वो उनके अफेयर्स हो या दो शादियां। उनकी सबसे बड़ी बेटी पूजा भट्ट जो उनके सबसे ज्यादा करीब मानी जाती है कभी अपने पिता से नफरत करने लग गई थी जिसकी वजह थी आलिया भी मां सोनी राजदान, चलिए आज के पैकेज में हम भट्ट फैमिली से जुड़ी कुछ अनुसने किस्से ही आपको बताते हैं। सबसे पहले महेश भट्ट से ही शुरू करते हैं जिन्होंने बेहद कम समय में बतौर फिल्म प्रोड्यूसर बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई थी। वह निर्देशक, निर्माता औऱ स्क्रीनराइटर हैं। शुरूआत में ही उन्होंने ऐसी फिल्में दी जो काफी पसंद की गई जैसे अर्थ, सारांश, जानम, नाम, सड़क, जख्‍म लेकिन उससे पहले भट्ट साहब ने काफी स्ट्रगल किया जो स्कूल के दिनों से ही शुरू हो गया था।

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मुंबई में पैदा हुए महेश भट्ट के पिता का नाम नानाभाई भट्ट और मां का नाम शिरीन मोहम्‍मद अली है। भट्ट के पिता गुजराती ब्राह्माण थे और मां एक गुजराती शिया मुस्लिम। स्कूल के दिनों में उन्होंने पैसा कमाने के लिए समर जॉब्स करनी शुरू कर दी थी। महेश की मां ने उन्हें जन्म दिया लेकिन पिता ने उनसे कभी शादी नहीं की। इसलिए उनकी मां को कोई पहचान नहीं मिली थी इसलिए रिपोर्ट कार्ड पर उनके मामाके साइन हुआ करते थे। मुकेश भट्ट क्रिकेट खेलते और शिवाजी पार्क में नेताओं के भाषण सुनते हुए बड़े हुए। वह पैसा कमाने के लिए गर्मियों की छुट्टियों में वह फ्रेशनर्स बेचने और नट बोल्ट टाइट करने का काम किया करते थे। वह पैसा कमाना चाहते थे खासतौर पर अपनी मां के लिए। महेश भट्ट को उनकी पहली सैलरी में 53 रुपए मिले थे। इन पैसों को उन्होंने अपने मामा के हाथ में थमाया था। इसी दौरान उनकी जिंदगी मे प्यार की दस्तक हुई थी। लॉरेन ब्राइट नाम की लड़की से उन्हें प्यार हुआ जो  Bombay Scottish orphanage में पढ़ाई कर रही थीं। लॉरेन जो उन्हें स्कूल में मिली थी । बाद में उन्होंने लॉरेन से बदलकर अपना नाम किरण भट्ट कर लिया था।

 

महेश भट्ट ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि, 'मुझे स्कूल के दिनों में किरण यानी लॉरेन ब्राइट से प्यार हुआ था। जो Bombay Scottish orphanage में पढ़ाई कर रही थी। लॉरेन से मिलने के लिए वह दीवार फांदकर चले जाया करते थे, लेकिन एक दिन रंगे हाथों पकड़े गए, जिसके बाद लॉरेन ब्राइट को अनाथालय से निकाल दिया गया।' 20 साल की उम्र में ही महेश और किरण ने शादी कर ली और 21 साल की उम्र में उनके घर बेटी हुई जिसका नाम पूजा भट्ट रखा गया। पूजा भट्ट के बाद घर बेटे राहुल का जन्म हुआ। किरण के साथ रोमांस से प्रेरित होकर उन्होंने फिल्म 'आशिकी' बनाई थी लेकिन इस आशिकी का अंत बुरा रहा। 20 साल में लॉरेन के साथ शादी रचाने के करीब 11-12 साल बाद दोनों के रिश्ते में दरार आ गई थी। शादी के कुछ समय बाद उनकी फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही थी। इसी बीच परवीन बॉबी के साथ उनके अफेयर की खबरें आई। वह किरण को छोड़ कर परवीन के साथ लिव-इन में रहने लगे और जब परवीन मानसिक तौर पर बीमार हो गई तो उन्होंने परवीन का साथ छोड़ दिया और वापिस किरण के पास आए लेकिन तब उनका रिश्ता पहले जैसा नहीं रहा था। किरण को कभी महेश छोड़ना नहीं चाहते थे और मिलने भी आते रहते थे लेकिन दोनों के बीच लड़ाइयां होने लगी थी इसी बीच उनकी मुलाकात फिल्म सारांश के सेट पर अपनी दूसरी लेडी-लव सोनी राजदान से हुई। दोनों के बीच प्यार, शूटिंग के दौरान ही बढ़ा और करीब दो सालों तक दोनों ने एक-दूसरे को चुपके से डेट किया।

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महेश शादी करना चाहते थे लेकिन किरण को तलाक नहीं देना चाहते थे इसलिए उन्होंने मुस्लिम धर्म अपनाकर सोनी राजदान से शादी की। हालांकि सोनी राजदान के पेरेंट्स इस रिश्ते के खिलाफ थे वजह थी महेश भट्ट का पिछला फेल रिलेशनशिप लेकिन महेश भट्ट ने सोनी के पेरेंट्स को भरोसा दिलाया कि वह उनके लिए सीरियस हैं और इस तरह वह मान गए। सोनी से महेश को दो बेटियां हुई शाहीन भट्ट और आलिया भट्ट लेकिन ये सब इतना आसान नहीं था। पूजा भट्ट, अपनी सौतेली मां सोनी राजदान से नफरत करती थी क्योंकि उन्हें लगता था कि उनकी मां और उनसे पिता को छीनने वाली वो हैं। 

 

महेश ने एक इंटरव्यू में कहा कि जब बेटी को अफेयर के बारे में पता चला तो वह काफी गुस्सा हुई थी। पूजा को बुरा लगा था कि किसी दूसरी औरत के लिए महेश ने उनकी मां को छोड़ दिया। इसी के साथ उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी पहली पत्नी और बच्चों को अपना गुस्सा निकालने की पूरी छूट दी थी। शुरुआत से ही हमारे बीच काफी नाराजगी थी। वो एक दुष्ट वैम्प बन गई थीं, जिन्होंने एक पिता को काफी समय तक अपने बच्चों से दूर रखा। मैंने अपनी बेटी पूजा भट्ट से भी इस अफेयर के बारे में बात की थी। उस वक्त पूजा महज 10 साल की थीं। वह जानती थी कि उसके पैरेंट्स की आपस में नहीं बनती है। सोनी ने बुरे वक्त में मेरा बहुत साथ दिया था, जब ड्रिंक मेरी बीमारी बन गई थी तो सोनी ही थीं जिन्होंने मुझे संभाला था। वह फैमिली को मुद्दा बनाए मेरे साथ रही थीं।'

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इस बारे में एक थ्रोबैक इंटरव्यू में पूजा ने बताया था कि ‘जब मैंने देखा कि एक दूसरी महिला के लिए मेरे पिता महेश भट्ट ने हमें छोड़ दिया, तो मैं उनकी दूसरी पत्नी सोनी राजदान से सख्त नफरत करने लगी थी। जब भी मैं सोनी राजदान का नाम सुनती, मैं भड़क उठती थी। इसके बाद मेरी मां ने मुझे समझाया कि किसी भी चीज के लिए मैं अपने पिता से नफरत न करूं, क्योंकि वह दिल के साफ हैं। फिलहाल, अब हमारे बीच में रिश्ते काफी ठीक हैं।’ उन्होंने ये भी कहा था कि ‘मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मेरे पास वास्तव में दर्दनाक बचपन नहीं था। ठीक है, मम्मी और पापा लड़ते थे और घर पर कई बार जोरदार हंगामा होता था, लेकिन मैं इसकी आदी हो गई थी और इसे एक्सेप्ट कर लिया था। मेरे माता-पिता ने मुझसे कभी कुछ नहीं छुपाया। मुझे इस दुनिया में सबसे बेस्ट मिला। किसी भी रिश्ते में तालमेल बैठाना पड़ता है। मैं अपने माता-पिता के अलग होने पर किसी एक को दोष नहीं देती हूं, क्योंकि गलती दोनों की थी।’ 

 

फिलहाल अब दोनों ही परिवारों के बीच प्यार है। पूजा भट्ट अपनी छोटी बहनों पर प्यार लुटाती नजर आती हैं। वहीं महेश भट्ट ने जीवन में आई कठिनाइयों में अपने दोनों ही परिवारों को कभी नहीं छोड़ा। चारों बच्चे आज महेश भट्ट के साथ ही रहते हैं।

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