प्यार के लिए हम क्या कुछ नहीं करता है, लेकिन कई बार हम जिस इंसान पर सबसे ज्यादा भराेसा करते हैं वही हमें धोखा दे देता है। सरस्वती वैद्य नाम की लड़की के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ जिसको ना सिर्फ बेदर्दी से मौत मिली बल्कि उसकी लाश के साथ जो हुआ वह सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए। अपनी ‘लिव इन पार्टनर' सरस्वती वैद्य की कथित तौर पर हत्या करने के आरोप में मनोज साने को गिरफ्तार कर लिया गया है।
फ्लैट में मिला महिला का शव
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के मीरा भायंदर इलाके में एक इमारत के सातवें तल पर एक फ्लैट में 36 वर्षीय महिला का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ। महिला फ्लैट में अपने ‘लिव-इन' पार्टनर के साथ रहती थी। फ्लैट में उसके शव के कई टुकड़े मिले थे और उनमें से कुछ को प्रेशर कुकर में पकाया गया था। इस मामले के सामने आने के बाद श्रद्धा वालकर मामले की यादें एक बार फिर ताजा हो गई।
अपनी जान लेने की तैयारी कर रहा था आरोपी
पुलिस के मुताबिक आरोपी लड़की के शरीर के अंगों को ठिकाने लगाने के बाद अपनी जान लेने की भी तैयारी कर रहा था, अपराध के पीछे की मंशा अभी स्पष्ट नहीं है। आरोपी के पड़ोसियों ने बताया कि राशन की दुकान पर काम करने वाले साने ने मुंबई के एक उपनगर मीरा रोड (पूर्व) में अपने किराए के फ्लैट में महिला के कटे हुए शरीर के अंगों को तीन बाल्टियों में रखा और रूम फ्रेशनर छिड़क कर बदबू को छिपाने की कोशिश की। अपराध का पता तब चला जब पड़ोसियों ने पुलिस को फ्लैट से दुर्गंध आने की सूचना दी।
टुकड़ों को प्रेशर कुकर में उबाला
पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, साने ने न केवल आरी से काटकर शव के टुकड़ों को प्रेशर कुकर और एक बर्तन में उबाला, बल्कि उन्हें भूनकर बाल्टी और टब में डाल दिया। ऐसा संदेह है कि वैद्य की मौत चार जून को हुई थी, लेकिन मामला सात जून को सामने आया। पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि साने पिछले कुछ दिनों से आवारा कुत्तों को खाना खिला रहा था, जो उसने पहले कभी नहीं किया था।
अनाथ थी लड़की
आरोपी का कहना है कि लड़की ने जहर पीकर आत्महत्या की थी और उसने सिर्फ शव के टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने की कोशिश की थी। उसने यह भी बताया कि वह एचआईवी-संक्रमित है और उसके 36 वर्षीय वैद्य से कभी शारीरिक संबंध नहीं बनाए थे। लड़की ने अपनी बहनों को शादी के बारे में बताया था, लेकिन उनके बीच उम्र का काफी फासला था, इसलिए युगल ने इसे सार्वजनिक नहीं किया। वैद्य की मां की मृत्यु तब हो गई थी जब बहनें बहुत छोटी थीं, जबकि उनके पिता ने उन्हें छोड़ दिया था। सरस्वती ने अहमदनगर जिले के एक ‘आश्रम' स्कूल (अनाथों के लिए स्कूल) में 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की और 18 साल की उम्र में अपने रिश्तेदारों के साथ रहने के लिए मुंबई आ गई। साने ने उसके लिए ‘सेल्सगर्ल' की नौकरी की व्यवस्था की थी।
श्रद्धा वालकर के साथ भी हुआ था ऐसा
साने ने पुलिस को बताया कि वैद्य के मुंह से झाग निकल रहा था और जहर का सेवन करने के बाद तीन जून की सुबह उसकी मौत हो गई थी। इस डर से कि उसे उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा, उसने शरीर को ठिकाने लगाने का फैसला किया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसने यह भी दावा किया कि शरीर के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के बाद उसने आत्महत्या करने की योजना बनाई थी। याद हो कि श्रद्धा वालकर की पिछले साल 18 मई को उसके ‘लिव-इन पार्टनर' आफताब पूनावाला ने कथित रूप से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। आरोपी ने शव के कई टुकड़े कर उन्हें दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने आवास में लगभग तीन सप्ताह तक रेफ्रीजरेटर में रखा था और धीरे-धीरे उन्हें ठिकाने लगाया था।