हंसने से आपका तन और मन दोनों स्वस्थ रहता है। हास्य योग, योगासन का ही एक हिस्सा है। आपके अक्सर सुबह के वक्त पार्कों में लोगों को ऊंची-ऊंची हंसते हुए देखा होगा। हंसने से शरीर के पॉजिटिव हार्मोन्स पैदा होते हैं, जो हमें स्वस्थ और जवान बनाए रखने में मदद करते हैं। हास्य योग करने से आपके चेहरे पर मौजूद एक्सट्रा फैट भी खत्म होती है। आइए जानते हैं हास्य योग से शरीर को मिलने वाले अन्य फायदों के बारे में विस्तार से...
हास्य योग करने का तरीका...
हंसने का मतलब बस यूं ही हंसना नहीं होता, सही में हास्य योग करने का तरीका, बाजुओं को ऊपर उठाकर चेहरे को ऊपर करके ऊंची ऊंची हंसने की कोशिश करना है। अब कुछ लोग सोचते हैं, बेवजह हंसी कैसे आ सकती है? असल में जब हम एक ग्रुप में बैठकर हंंसते हैं तो एक दूसरी की अलग-अलग तरह की हंसी सुनकर हमें हंसी जरूर आती है। साथ ही हास्य योग का मक्सद शरीर को एक्टिव करना है, जब आप इस तरह बाजू ऊपर करके ऊंची-ऊंची हंसते हैं,तो आपके पास पॉजिटिव एनर्जी पैदा होती है, जो आपको सारा दिन खुश रखने में मदद करती है।
चेहरे की फैट होती है खत्म
जब आप हर रोज सुबह हास्य योग करेंगे तो आपके चेहरे की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा होगा। जिससे चेहरे पर मौजूद एक्सट्रा फैट कम होगी साथ ही आप यंग और खूबसूरत भी नजर आएंगे।
टॉक्सिंस होते हैं रिमूव
हसने से पसीना अधिक आता है जिससे शरीर की गंदगी बाहर निकलती है। साथ ही हंसने से जीवन की नीरसता, अकेलापन, थकान, तनाव और शारीरिक दर्द भी दूर होता है। Laughter Therapy तनाव से दूर रहने का एक आसान और फायदेमंद तरीका है।
8 से लेकर 80 साल के बुजुर्गों के लिए फायदेमंद
हास्य योग एकमात्र ऐसा आसन है जो बच्चों से लेकर 80-90 साल के बुजुर्गों तक के लिए फायदेमंद है। ठहाके मारकर हंसने से शरीर में रक्त का संचाव सही ढंग से होता है। जिससे आप ताउम्र हृदय रोग और कोलेस्ट्रोल बढ़ने जैसी समस्याओं से बचे रहते हैं।
हस्य योग और दो प्रकार का होता है...जैसे कि
ताली हास्य योग
ताली बजाकर हंसने से बॉडी के सभी एक्यूप्रेशर प्वाइंट प्रेस होते हैं, जिससे व्यक्ति का शरीर एक्टिव और फिट रहता है। मनुष्य जब ताली बजाकर हंसता है तो वातावरण में एक धुन पैदा होती है, जो व्यक्ति का कुदरत के साथ परिचय करवाती है। व्यक्ति के ताली बजाकर हंसने से कुदरत भी मुस्कुराती है, खासतौर पर पेड़ पौधे।
मौन हास्य आसन
मुंह खोलकर बिना आवाज हंसने से शरीर में पॉजिटिव वाइबस पैदा होती हैं। इस आसन को करने से शरीर में बंद नाड़ियों में खून का प्रवाह होता है। जिससे नसों की ब्लॉकेज समस्या भी ठीक होती है।