पिछले कई दशकों से बाॅलीवुड की दिग्गज सिंगर लता मंगेशकर अपनी सुरीली और मीठी आवाज से लोगों के दिलों पर राज करती आ रही हैं। उनकी मधुर आवाज के आज भी लोग दीवाने हैं। लता मंगेशकर के बारे में अक्सर ऐसी चर्चा रही है कि 33 साल की उम्र में उन्हें जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी। वहीं अब खुद लता मंगेशकर ने इस किस्से पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मेरी जिंदगी का सबसे भयानक दौर था।
मैं खुद चल भी नहीं सकती थी: लता मंगेशकर
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने उस किस्से के बारे में बताया, 'हम मंगेशकर्स इस बारे में कभी बात नहीं करते। क्योंकि यह हमारी जिंदगी का सबसे भयानक दौर था। यह किस्सा साल 1963 का है, उस समय मुझे इतनी कमजोरी महसूस होती थी कि मैं बैड से भी बड़ी मुश्किल से उठ पाती थी। ऐसे हालात हो गए थे कि मैं खुद चल भी नहीं सकती थी।' लता मंगेशकर की इस हालत के बाद उनका लंबा इलाज चला था।
इस दौरान लता मंगेशकर से पूछा गया कि क्या सच में डाॅक्टर्स ने उन्हें कह दिया था कि वह अब कभी गा नहीं पाएंगी। इस सवाल का जवाब देते हुए लता मंगेशकर ने कहा, 'यह बात सही नहीं है। डाॅक्टर ने मुझे नहीं कहा था कि मैं कभी नहीं गा नहीं पाऊंगी। हमारे फैमिली डाॅक्टर आर.पी कपूर ने मुझे ठीक किया था उन्होंने मुझसे कहा था कि वो मुझे खड़ी करके रहेंगे। लेकिन मैं पिछले कुछ सालों में हुई गलतफहमी को साफ कर देना चाहती हूं। मैंने अपनी आवाज नहीं खोई थी।'
लता मंगेशकरल को दिया गया था धीमा जहर
लता मंगेशकर ने आगे कहा, 'मुझे धीमा जहर दिया गया था। लेकिन डाॅ. कपूर के इलाज और मेरे दृढ़ संकल्प के कारण में ठीक हो गई। तीन महीने तक बेड पर रहने के बाद मैं रिकाॅर्डिंग करने के लिए तैयार हो गई थी।' यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें पता था जहर किसने दिया था तो इसका जवाब देते हुए सिंगर ने कहा, 'मुझे पता चल गया था लेकिन हमने उस पर कोई एक्शन नहीं लिया। क्योंकि हमारे पास उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं था।'
आपको बता दें लता मंगेशकर का लंबा इलाज चला था। इलाज से ठीक होने के बाद उन्होंने पहला गाना कहीं दीप जले कहीं दिल गाया था। इस गाने के लिए लता मंगेशकर को फिल्म फेयर अवाॅर्ड से सम्मानित किया गया था।