शरीर में मौजूद अनचाहे बालों को हटाकर रेशम सी मुलायम और दमकती त्वचा पाने के लिए महिलाएं वैक्सिंग तकनीक का सहारा अक्सर लेती हैं। वैक्सिंग से डेड स्किन को हटाने के साथ ही बालों की ग्रोथ को भी रोकने में मदद मिलती हैं। हालांकि इस प्रक्रिया में थोड़ा दर्द होता है। इन दिनों बाजार में नेचुरल फ्रूट से लेकर कोको और चॉकलेट समेत कई टाइप की वैक्स उपलब्ध हैं लेकिन क्या आप जानती हैं की स्किन टोन के हिसाब से कौन सी वैक्सिंग आप के लिए सही है? अगर नहीं तो सौन्दर्य विशेषज्ञ और हर्बल क्वीन शहनाज हुसैन से जानें वैक्सिंग की सही जानकारी...
ब्यूटी पार्लर या बाजार में कई तरह की वैक्सिंग उपलब्ध होती हैं और महिलाएं सही वैक्सीन का चयन करती बार असमंजस में रहती हैं क्योंकि उन्हें अपनी त्वचा के अनुरूप वैक्सिंग लगाने की सही जानकारी नहीं होती। बाजार में उपलब्ध वैक्सिंग अलग-अलग जरूरतों के लिए होती हैं। ऐसे में सही जानकारी से ही आप सही वैक्सिंग का चयन कर सकती हैं।
हॉट वैक्स
हॉट वैक्स में चीनी और नींबू या शहद का इस्तेमाल किया जाता है। ये अधिक तापमान पर पिघल जाते हैं और ठंडे होने पर स्किन पर सख्त हो जाते हैं। हॉट वैक्स बालों के बढ़ने की दिशा में स्किन पर लगाई जाती है।सूती कपड़े की पट्टियों को वैक्स पर रखकर दबाया जाता है और फिर बालों के बढ़ने की दिशा में खींच लिया जाता है। हॉट वैक्स से वैक्सिंग करना ज्यादा कारगर होता है।
कोल्ड वैक्स
कोल्ड वैक्स पैराफिन वैक्स और रेसिन जैसी सामग्रियों से बनाई जाती है। रेडीमेड कोल्ड वैक्स या वैक्सिंग स्ट्रिप्स भी आती हैं। शरीर के बड़े हिस्से पर वैक्स करने के लिए कोल्ड वैक्स ज्यादा असरदार होती है। कभी-कभी स्किन पर वैक्स रह जाती है जिन्हें हटाना पड़ता है।
वैक्सिंग स्ट्रिप्स
अगर आप वैक्सिंग के लिए ब्यूटी सैलून नहीं जा सकती तो वैक्स स्ट्रिप्स से घर पर ही वैक्सिंग कर सकते हैं। शुरू में थोड़ा दर्द हो सकता है लेकिन आसानी से इनका इस्तेमाल किया जा सकता है और समय भी अधिक नहीं लगता है। साथ ही इसका परिणाम भी अच्छा मिलता है। वैक्सिंग किट में पहले से ही उचित मात्रा में वैक्स से ढकी हुई वैक्स स्ट्रिप्स होती हैं इसलिए आपको किसी भी वैक्स को गर्म करने और अपनी स्किन पर सही मात्रा में लगाने की चिंता करने की जरूरत नहीं है।
चीनी और नींबू वैक्सिंग
ब्यूटी सैलून द्वारा चीनी और नींबू से बनी वैक्स का इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है। इसे सैलून में करना बेहतर है क्योंकि ब्यूटीशियन के पास बालों को हटाने की ट्रेनिंग होती है। इस बात का ध्यान रखें कि वैक्स ज्यादा गर्म ना हो क्योंकि इससे स्किन पर जलन हो सकती है। वैक्स के थोड़ा ठंडा होने पर इसे अपनी उंगली पर चेक करें। यह वैक्स चीनी नींबू और पानी जैसे प्राकृतिक अवयवों से बनती है जो त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं और समय के साथ टैन को दूर करने में भी मदद करते हैं।
चॉकलेट वैक्स
स्किन ट्रीटमेंट के लिए अधिकतर चॉकलेट वैक्स का इस्तेमाल किया जाता है। महंगे स्पा और सैलून में चॉकलेट वैक्सिंग प्रीमियम ट्रीटमेंट बन गया है। यह खासतौर पर तैयार किए गए वैक्स से किया जाता है जिसमें कोको बीन्स या डार्क चॉकलेट होता है। डार्क चॉकलेट में कोको की मात्रा होने के कारण स्किन को फायदा होता है। इसमें बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिसके एंटी-एजिंग लाभ होते हैं। चॉकलेट स्किन को मुलायम और कोमल बनाती है। कोको बीन्स भी एंटी-इंफ्लेमेटरी हैं। ऐसे में चॉकलेट वैक्सिंग करने से सूजन कम होती है और दर्द भी कम होता है। चॉकलेट वैक्सिंग से असुविधा भी कम होती है। लम्बे समय तक वैक्स की जरूरत नहीं पड़ती।सिर्फ इतना ही नहीं चॉकलेट में स्वादिष्ट सुगंध होती है जिससे शरीर को आराम मिलता है। क्योंकि इसमें मूड बदलने वाले गुण होते हैं। यह मन को शांत करता है और फील गुड महसूस होता है।
एलोवेरा वैक्स
आजकल एलोवेरा या स्ट्रॉबेरी जैसे प्राकृतिक तत्व से बनी रेडीमेड वैक्स भी उपलब्ध हैं। एलोवेरा स्किन को मॉइस्चराइज कोमल और ठीक करने में मदद करता है। एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह छोटे बालों के लिए सुविधाजनक है और यह कम तापमान पर काम करती है।
वैक्सिंग में इन बातों का जरूर रखें
. वैक्सिंग करवाते समय इस बात पर ध्यान दें कि वैक्स ज्यादा तेज गर्म ना हो जाए। ऐसा होने पर त्वचा लाल हो सकती है।
. वैक्स में पुरानी और यूज की हुई स्ट्रिप ना इस्तेमाल करें। डिस्पोजेबल स्ट्रिप्स इसके लिए ज्यादा बेहतर हैं।
. वैक्सिंग करते समय वैक्स स्ट्रिप पर पाउडर लगाने से हाथ चिपचिपे नहीं होते हैं।
. वैक्सिंग के बाद स्किन पर होने वाली जलन में राहत पाने के लिए मसाज क्रीम लगा लें। इससे आप रिलैक्स महसूस करेंगी।