बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम की समस्या आम है। खासकर जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है, उन्हें तो वायरल, सर्दी- जुकाम का खतरा ज्यादा रहता है। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए लोग दवा की जगह घरेलू नुस्खे जैसे हल्दी- दूध पीना पसंद करते हैं। हमारी दादी मां- नानी मां भी इसपर भरोसा करती हैं। माना जाता है कि इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है और वायरल फ्लू जैसे सर्दी-जुकाम से भी छुटकारा मिलता है। लेकिन ये कितना सच है? चलिए जानते हैं एक्सपर्ट्स की राय...
सर्दी- खांसी में हल्दी दूध पीना चाहिए या नहीं
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये सच है कि हल्दी वाले दूध से इम्यूनिटी बूस्ट होती है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-वायरल और एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती है। इसकी मदद से सर्दी- खांसी के कारण गले में हुई खराश, गले की सूजन दूर होती है। वहीं अगर दूध की बात करें तो ये अपने आप में एक सुपर फूड है। दूध पीने से सेहत में सुधार होता है और इम्यूनिटी बेहतर तरीके से काम करती है। हालांकि सर्दी- जुकाम से राहत के लिए सिर्फ दूध पीना काफी नहीं होता है। गुनगुना हल्दी- दूध ज्यादा कारगर माना जाता है। हल्दी का दूध पीने से सीने का भारीपन और चेस्ट कंजेस्शन खत्म होता है। उसके अलावा ये बैक्टीरियल इंफेक्शन को दूर करने में मददगार माना जाता है। इंफेक्शन से बचने के लिए आप हल्दी वाले दूध का सेवन कर सकते हैं।
कब नहीं पीना चाहिए हल्दी का दूध?
वैसे तो हल्दी का दूध सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। खासकर बच्चों को इसका सेवन जरूर करना चाहिए। लेकिन, इसका मतलब ये नहीं है कि हर व्यक्ति के लिए हल्दी- दूध फायदेमंद हो। जिन लोगों को हल्दी से एलर्जी है, उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा, अगर आप कोई दवा ले रहे हैं तो इसे पीने से पहले अपने डॉक्टर से राय ले लें।