आज कल लोगों में जंगली जानवरों को देखने का क्रेज काफी बढ़ गया है। तभी तो लोग सफारी का एक्सपीरियंस लेना चाहते हैं जहां आसानी से आसानी से खूंखार जंगली जानवर जैसे शेर, चीता आदि देखने को मिल जाते हैं। हालांकि पहले की तरह अब खुली जीप में जंगल सफारी करना सुरक्षित नहीं रहा, क्योंकि पिछले कुछ समय से वाइल्डलाइफ अटैक की काफी घटनाएं देखने को मिल रहा है।
दरसअल जंगल सफारी में पर्यटकों को एक खुली जीप में लेकर जाया जाता है. ऐसे में, शेर, टाइगर और तेंदुआ जैसे खूंखार जानवर भी उनके सामने आ जाते हैं, वैसे तो ये जानवर जल्दी टूरिस्ट पर हमला नहीं करते, लेकिन कई बार वह गुस्सैल हो जाते हैं और अचानक से अटैक कर देते हैं। ऐसे में लोग किसी तरह अपनी जान छुड़ाकर भागते हैं।
कई बार पार्कों से ऐसे दिल दहलाने वाले मामले सामने आए हैं, जिसके बारे में सुनकर लोगों की रुह कांप गई है। ऐसा ही एक वीडियो इंस्टाग्राम पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा रहा है कि जू का टूर करने के लिए पर्यटकों से भरी एक गाड़ी जैसे ही आई तो बाघों का झुंड उस पर लटक गया। ड्राइवर ने जान बचाने के लिए गाड़ी की स्पीड बढ़ाई, लेकिन एक टाइगर ने पीछा करना शुरू कर दिया।
कुछ दिनों पहले ऐसे ही उत्तराखंड के वर्ल्ड फेमस जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व में एक बाघ ने टूरिस्ट व्हीकल पर हमला कर दिया था। वीडियो में देख सकते हैं कि बाघ बेहद गुस्से में जंगल से बाहर निकलकर झाड़ियों के बीच खड़ा होकर गुर्रा रहा था। इसी दौरान उसे देखकर टूरिस्ट व्हीकल में सवार लोग छेड़खानी करने लगे.। इससे बाघ का गुस्सा और ज्यादा बढ़ गया और उसने गाड़ी की तरफ झपट्टा मार दिया। ऐसे में ड्राइवर ने तेजतर्रारतेजी से जिप्सी को रिवर्स करते हुए पीछे कर दिया।
एक और वीडियो में देख सकते हैं कि एक टाइगर जंगल सफारी के दौरान पर्यटकों से भरे वाहन के बेहद करीब आ गया, जिसे देखकर पर्यटक घबरा गए और जोर-जोर से चिल्लाने लगे। इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा गया था कि- कुदरत के इस खूबसूरत जीव को इतने करीब से देखना एक लाइफ टाइम एक्सपीरियंस था। हम डर गए, लेकिन T121 एक चंचल जानवर है, वह दो बार हमारे करीब आया और पीछे हट गया. हम इस स्मृति को जीवन भर संजोकर रखेंगे.'।
कहा जाता है कि सफारी के दौरान जानवर केवल वाहन को देखते हैं और उसमें बैठे लोगों पर ध्यान नहीं देते हैं। यदि कोई व्यक्ति वाहन से बाहर निकलता है, तो संभावना है कि जानवर का व्यवहार बदल सकता है। यदि कोई शेर या बाघ आक्रामकता का कोई संकेत दिखाते हैं, तो घबराने और कार को दूर भगाने की सलाह नहीं दी जाती। हो सकता है कि ये देखकर जानवर पीछा करना शुरू कर दें।