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न्यूरोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित थे इरफान खान, जानिए क्या है यह बीमारी

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 29 Apr, 2020 01:51 PM
न्यूरोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित थे इरफान खान, जानिए क्या है यह बीमारी

बॉलीवुड एक्टर इरफान खान लंबे समय से कैंसर से जंग लड़ रहे थे लेकिन आज 54 साल की उम्र वह जिंदगी की जंग हार गए। अचानक तबीयत बिगड़ने के चलते उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां आज उनका निधन हो गया। बता दें कि फिल्ममेकर शूजित सरकार ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी।

 

कोलन इंफेक्शन के कारण बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान का निधन हो गया है। इरफान एक साल से भी अधिक समय से न्यूरॉडेंडोक्राइन ट्यूमर से जूझ रहे थे और पूरी हिम्मत के साथ इस बीमारी से बाहर आ रहे थे। आइए जानते हैं कि कोलन इंफेक्शन व न्यूरोक्राइन ट्यूमर बीमारी क्या है, इसके लक्षण व कारण...

Bollywood Actor Irrfan Khan Seriously Ill, Admitted To Mumbai Hospital

एंडोक्राइन सिस्टम क्या होता है?

शरीर का एंडोक्राइन सिस्टम यानी अंत:स्त्रावी बॉडी सेल्स से बना होता है, जो हार्मोन्स पैदा करता है। यह हार्मोन्स कैमिकल सत्व (सबस्टांस) होते हैं, जो रक्तवाहिनियों के जरिए प्रवाह करते हैं। इससे शरीर के अन्य अंगों को कार्य करने में मदद मिलती है।

न्यूरोक्राइन ट्यूमर क्या होता है?

न्यूरोक्राइन ट्यूमर शरीर में मौजूद सेल्स का वो भाग है जो धीरे-धीरे इकट्ठा होने लगता है। यह शरीर के उन हिस्सों में बनता है, जहां हार्मोन्स बनते व रिलीज होते हैं। जिन सेल्स में ट्यूमर पैदा होता है वो हार्मोन्स बनाने वाले एंडोक्राइन व नर्व सेल्स का कॉम्बीनेशन होते हैं।

 

इरफान खान ने अपने ट्वीट में लिखा था, "न्यूरो का मतलब सिर्फ दिमागी नसों से नहीं है। न्यूरोक्राइन सेल्स पूरे शरीर में पाए जाते हैं, जैसे- फेफड़ों में, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट जिसमें पेट व आंत भी आते हैं। न्यूरोएंडोक्राइन सेल्स हमारे शरीर में कई तरह के काम करते हैं, जैसे शरीर में हवा और खून के बहाव को फेफड़ों के जरिए बनाए रखना आदि।"

तीन तरह के न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर

-फियोक्रोमोसाइटोमा
-मेर्केल सेल कैंसर
-न्यूरोएंडोक्राइन कार्सिनोमा

व्हीलचेयर पर इरफान की हालत देख फैंस ...

बीमारी की बड़ी वजह

-आनुवांशिक
-कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र
-ज्यादा धूप में रहना
-धूम्रपान

ये लक्षण दिखे तो न करें देर...

. लगातार पेशाब आना व भूख-प्यास बढ़ना
. तनाव और सिरदर्द
. घबराहट, चक्कर व बेहोशी आना
. रक्तचाप बढ़ना
. बुखार और उल्टी
. लगातार कई दिनों तक दस्त आना 
. अचानक वजन का घटना या बढ़ना

Weight loss for no apparent reason could be a sign of diabetes or ...

इलाज

. न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर का कौन-सा प्रकार है
. क्या ट्यूमर कैंसर युक्त है और कौन सी स्टेज पर है
. इलाज के साइड इफेक्ट क्या-क्या होंगे
. रोगी की प्राथमिकताएं और स्वास्थ्य कैसा है।

इसके बाद डॉक्टर सर्जरी से लेकर रेडिएशन थैरेपी, कीमोथैरेपी आदि पर विचार करते हैं।

पुरुषों को ज्यादा खतरा

- 05 में से तीन इस बीमारी के पीड़ित पुरुष होते हैं।
- 01 लाख लोगों में सिर्फ पांच को इस दुर्लभ बीमारी का खतरा।
- 60 फीसदी पीड़ितों में न्यूरोइंडोक्राइन कार्सिनोमा प्रकार का ट्यूमर होता है।
- 05 साल अधिकतम बचा सकते हैं जिंदगी ट्यूमर के कैंसर बनने के बाद जो इसके स्टेज पर निर्भर करता है।

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