भारत में बसा पंजाब अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासतों से जाना जाता है। पांच नदियों के संगम से बनी यह धरती पर्यकों को आकर्षण का मुख्य केंद्र है। इन सबके साथ ही पंजाब गुरु परंपरा और सिख धर्म का एक अहम केंद्र है। इस धरती को गुरुनानक देव जी सहित कई संतों और स्वतंत्रता सेनानियों की जन्मभूमि कहा जाता है। यहां पर बसा अमृतसर शहर गुरू की नगरी के नाम से जाना जाता है। देश-विदेश से लोग इस शहर में घूमने आते हैं। ऐसे में अगर आप दिल्ली या इसके आसपास रहते हैं तो कम खर्च में ही यहां पर घूम सकते हैं। जी हां, IRCTC अमृतसर घूमने के लिए आपके लिए खास टूर पैकेज लेकर आया है। चलिए जानते हैं इस टूर की पूरी डिटेल...
टूर का कार्यक्रम
वाघा बॉर्डर की सैर
इस टूर की शुरुआत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से स्वर्ण शताब्दी एक्प्रेस द्वारा शुरु होगी। अमृतसर जाने के लिए ट्रेन सुबह 06:45 मिनट से चलेगी। अमृतसर पहुंचने पर पर्यटकों को होटल में रहने के लिए रूम दिया जाएगा। फिर यहां आराम करके शाम को घूमाने के लिए यात्री वाघा बॉर्डर लेकर जाया जाएगा। बता दें, हर रोज सूर्यास्त से पहले वाघा बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी की जाती है जिसमें भारत और पाकिस्तान के जवान शामिल होते हैं। ऐसे में इस खास पल को देखने के लिए काफी संख्या में दोनों ओर से पर्यटक आते हैं।
स्वर्ण मंदिर के दर्शन
अगले दिन यात्रियों को स्वर्ण मंदिर यानि गोल्डन टेंपल और जलियांवाला बाग की सैर करवाई जाएगी। स्वर्ण मंदिर सिखों का एक बेहद पवित्र धार्मिक स्थल है। पूरा शहर स्वर्ण मंदिर के चारों ओर बसा होने से इसे अमृतसर का दिल कहा जाता है। वैसे इस पवित्र स्थल का पूरा नाम हरमंदिर साहब है। मंदिर को सफेद पत्थरों से तथा इसकी दिवारों पर सोने की पत्तियों से नक्काशी की है। मंदिर परिसर में पत्थर का स्मारक भी लगा है जो जांबाज सिक्ख सैनिकों को श्रद्धाजंलि देने के लिए लगाया गया है। साथ ही गुरु घर में 24 घंटे लंगर की व्यवस्था रहती है।
जलियांवाला बाग की सैर
स्वर्ण मंदिर के दर्शन करने के बाद यात्री जलियांवाला बाग की सैर करने जाएंगे। बता दें, इस बाग में 13 अप्रैल 1919 को ब्रिटिश सरकार के विरूद्ध एक सभा का आयोजन किया गया था। उस दौरान सभा को बीच से ही रोकने के लिए जनरल डायर ने बाग के एकमात्र रास्ते को अपने सैनिकों के साथ घेर कर अंधाधुंध गोलियां चलवाई थी। उस भयंकर गोलीबारी में बच्चों, बूढ़ों और महिलाओं समेत करीब 300 लोग अपनी जान गवाई थी और 1000 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इसे इतिहास की सबसे दर्दनाक घटनाओं में से एक माना जाता है। कहा जाता है कि उस समय बाग में स्थित कुआं शवों से भर गया था। मगर अब उस बाग को सुंदर बाग में बदलकर लोगों के घूमने के लिए खोल दिया गया है। इसमें एक संग्राहलय व दो स्मारक भी बनाए गए हैं। इसके एक स्मारक जहां रोती हुई मूर्ति है तो दूसरी ओर अमर ज्योति है। उसके बाद यात्रियों को वापस होटल ले जाया जाएगा। फिर लंच के बाद अमृतसर रेलवे स्टेशन से ट्रेन दिल्ली के लिए रवाना हो जाएगी।
इतने दिन और खर्चा होगा
IRCTC द्वारा दिया यह टूर पैकेज 1 रात और 2 दिनों का होगा। इसके लिए आपको 5,780 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। इसमें आपकी दिल्ली से अमृतसर और वहां से वापसी की टिकट स्वर्ण शताब्दी द्वारा होगी। इसके साथ ही यात्रियों के लिए ऑन बोर्ड ब्रेकफास्ट, रेलवे स्टेशन से एसी गाड़ी से ड्रॉप सर्विस, एसी रूम में ठहरने की सुविधा, भोजन की सुविधा और साइटसीन के लिए एसी गाड़ियों की व्यवस्था होगी। ऐसे में आप बिना किसी परेशानी के अपनी अमृतसर की यात्रा कर सकती है।