कोरोना के मामले दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। भारत की पहली महिला मरीन पायलट भी इस वायरस से बच नहीं पाई। हाल ही में खबर आई है कि मरीन पायलट में बुखार व खांसी के लक्षण दिख रहे थे, जिसके बाद उन्हें कोलकाता के आईडी और बीजी अस्पताल में अलग वार्ड यानि सेल्फ-आइसोलेशन (Self-isolation) में रखा गया है।
वह सोमवार रात से डॉक्टरों की निगरानी में हैं। वो हाल ही में वो कोलंबो से छुट्टी मनाकर लौटी हैं।, जिसके बाद से ही वो बुखार व खांसी से पीड़ित है। अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि उनके सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं, फिलहाल उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। पहले उन्हें कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के अस्पताल ले जाया गया था लेकिन बाद में डॉक्टरों ने उन्हें आईडी और बीजी अस्पताल भेज दिया।
बता दें कि उन्हें मार्च 2019 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों 'नारी शक्ति पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था वहीं 2011 में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट में शामिल हुई थीं
फिलहाल कोलकाता में अभी तक कोरोना वायरस को कोई मामला सामने नहीं आया है। अगर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव निकलती है तो यह कोलकाता में कोरोना का पहला केस होगा। हालांकि भारत के कई हिस्सों में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं, वायरस से संक्रमित तीन लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।
अच्छी खबर यह है कि केरल के तीन मरीजों सहित कुल 13 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है।
लाइफस्टाइल से जुड़ी लेटेस्ट खबरों के लिए डाउनलोड करें NARI APP