आज के मॉर्डन समय में शादी के बाद अक्सर कप्लस पेरेंट्स बनने के लिए कुछ समय लेते हैं। ऐसे में वो अनचाहे गर्भ से बचने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। वहीं कई बार अगर महिलाएं प्रेगनेंट हो जाए तो अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए वह घरेलू नुस्खो का सहारा लेती हैं। मगर, क्या अनचाही प्रेगनेसी को रोकने या गर्भ गिराने के लिए घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल वाकई सही है।
क्या प्रेगनेंसी रोकने में फायदेमंद है घरेलू नुस्खे?
घरेलू नुस्खे, दवाईयां या जड़ी-बूटियों द्वारा द्वारा प्रेगनेंसी रोकना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। भले ही सदियों से प्रेगनेंसी रोकने के लिए घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल होता आ रहा हो लेकिन सेहत के लिहाज से यह सही नहीं है।
50 हजार महिलाएं गवां देती हैं जान
WHO की मानें तो हर साल करीब 50 हजार महिलाएं असुरक्षित गर्भपात के कारण अपनी जान गंवा बैठती हैं। हैरानी की बात तो यह है कि इनमें ज्यादा महिलाएं घरेलू नुस्खों के जरिए प्रेगनेंसी रोकने की कोशिश करती हैं। वहीं, प्रेगनेंट होने के बाद घरेलू नुस्खों का यूज तो ओर भी खतरनाक है क्योंकि इससे गर्भपात नहीं हो पाता और महिला प्रेग्नेंट ही रहती है। अगर आप बच्चा नहीं चाहती तो खुद से दवा या घरेलू नुस्खे ट्राई करने की बजाए डॉक्टर से संपर्क करें।
अनचाही प्रेगनेसी में फायदेमंद है ये चीजें
विटामिन C
कुछ लोगों को लगता है कि विटामिन सी भी प्रेगनेंसी रोकने में कारगार है। एक्सपर्ट की मानें तो यह एक नेचुरल कंट्रासेप्टिव है, जो प्रोजेस्ट्रॉन के प्रोडक्शनर को रोकता है। साथ ही इससे इस्ट्रोजेन का प्रोडक्शन बन जाता है, जिससे अंडा नहीं बन पाता।
पपीता है कारगार
आपने कई बार सुना होगा कि पपीता खाने से गर्भपात हो सकता है। हालांकि यह काफी हद तक सही है एक्सपर्ट के अनुसार, इसमें पेपाइन नामक एसिड होता है जिससे मिसकैरेज हो सकता है।
कब करना चाहिए उपचार?
अगर आपकी प्रेगनेंसी को 10 हफ्ते हो चुके हैं तो गर्भपात के लिए कोई भी नुस्खा ना अजमाएं। ऐसी स्थिति में गर्भपात करने से आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है।