मकर संक्रांति का त्यौहार आज देशभर में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन लोग ना सिर्फ पतंगे उड़ाते हैं बल्कि स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद भी लेते हैं। खासतौर पर इस दिन खिचड़ी और तिल के लड्डू जरूर बनाए जाते हैं। मगर, क्या आप जानते हैं कि मकर संक्रांति पर तिल के लड्डू क्यों बनाए जाते हैं और यह परंपरा शुरू कैसे हुई। चलिए आज हम आपको मकर संक्रांति और तिल के लड्डू का कनैक्श बताते हैं और साथ ही इसके जबरदस्त फायदे भी...
क्यों बनाए जाते हैं काले तिल के लड्डू?
सूर्य जब मकर राशि में प्रवेश करता है तो इसे मकर संक्रांति के पर्व के रूप में मनाया जाता है, जो हर साल 14 जनवरी को आता है। धर्म और ज्योतिष के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ खाने का संबंध सूर्य और शनि देव से है। मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन इन चीजों को खाने और दान करने से शनि और सूर्य दोनों प्रसन्न होते हैं। जीवन में सफलता पाने के लिए इन दोनों ग्रहों की कृपा बहुत जरूरी है। वहीं, मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ खाने से भी घर में सुख-समृद्धि आती है। जो लोग इस दौरान सूर्य देव को काले तिल और गुड़ का भोग लगाते हैं, उन्हें सूर्य और शनि दोनों की कृपा से जीवन में काफी तरक्की मिलेगी।
शनिदेव से कनैक्शन
पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार सूर्य देव ने क्रोध में आकर अपने पुत्र शनिदेव के घर 'कुंभ' को जला दिया। आपको बता दें कि शनि कुंभ राशि के स्वामी हैं और यह उनका घर माना जाता है। इसके बाद जब सूर्य देव शनि देव के घर गए तो उन्होंने देखा कि घर में काले तिल को छोड़कर सभी चीजें जलकर राख हो गई हैं, तब शनि देव ने उसी काले तिल से अपने पिता सूर्य का स्वागत किया। यह देखकर सूर्य प्रसन्न हुए और उन्होंने शनि देव को रहने के लिए एक और घर 'मकर' दिया। साथ ही वरदान दिया कि जब भी सूर्य मकर राशि में आएगा तो वह अपने घर को धन से भर देगा। तभी से मकर संक्रांति पर तिल गुड़ खाने की परंपरा चली आ रही है।
काले तिल के लड्डू खाने से सेहत को मिलेंगे जबरदस्त फायदे
. अध्ययनों के मुताबिक, तिल में फाइटोस्टेरॉल सहित बहुत सारे पौष्टिक तत्व होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करते हैं।
. नियमित 1 तिल का लड्डू खाने से दिल की बीमारियों का खतरा भी काफी कम होता है।
. इससे इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है, जिससे शरीर को वायरस और संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है।
. काले तिल में फाइबर भरपूर होते हैं, जो स्वस्थ पाचन और कब्ज और दस्त जैसी स्थितियों को रोकने में मददगार है।
. इसमें मौजूद मैग्नीशियम जैसे घटक उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकते हैं।
. प्रोटीन ही नहीं, ये लड्डू मैग्नीशियम, कैल्शियम और जिंक से भरपूर होते हैं, जो हड्डियों के विकास में मदद करते हैं।
अगर आप डायबिटीज मरीज हैं तो इनका अधिक सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें क्योंकि इसमें मौजूद गुड़ शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है।