वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बच्चों के लिए नई पेंशन योजना ‘वात्सल्य' शुरू करने की घोषणा की है। सीतारमण ने संसद में 2024-25 का बजट पेश करते हुए कहा कि इस पेंशन योजना में माता-पिता और अभिभावक योगदान करेंगे। बच्चे के वयस्क होने पर इस योजना को एक सामान्य एनपीएस खाते में बदला जा सकेगा। वित्त मंत्री ने सामाजिक सुरक्षा लाभ में सुधार के उपायों की भी घोषणा की।
वयस्कता की आयु होने पर, इस योजना को सहज रूप से एक सामान्य एनपीएस खाते में बदला जा सकेगा। सीतारमण ने बताया कि यह योजना बच्चे के 18 साल के हो जाने पर एनपीएस में बदल जाएगी। अभिभावक अपने संतान के भविष्य के लिए पेंशन स्कीम बना सकते हैं। एनपीएस वात्सल्या योजना के तहत माता-पिता योगदान कर सकते हैं, ताकि बच्चों का भविष्य आगे जाकर सुरक्षित रहे।
बता दें कि वात्सल्य योजना की शुरुआत अभी नहीं हुई है, बजट में सिर्फ इसका एलान हुआ है। सरकार का कहना है कि जल्द ही योजना को शुरू किया जाएगा। यह योजना नाबलिगों के सुरक्षित भविष्य के लिए होगी। बच्चे के 18 साल पूरे होने पर उसका खाता एक सामान्य एनपीएस खाते में बदल जाएगा। भविष्य में बच्चों को राशि और पेंशन का लाभ मिलेगा।
सीतारमण ने यह भी घोषणा की कि एनपीएस की समीक्षा के लिए गठित समिति ने अपने काम में पर्याप्त प्रगति की है। एनपीएस एक टैक्स सेविंग स्कीम है। अभी तक कोई भी नाबालिग इस योजना में निवेश नहीं कर सकता था। मगर अब वात्सल्य के तहत नाबालिग के नाम पर भी माता-पिता निवेश कर सकेंगे। इस योजना की शुरुआत सबसे पहले सरकारी कर्मचारियों के लिए की गई थी। हालांकि 2009 में निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को भी इसका लाभ दिया गया है।