मां बनाना जितना खुशनुमा है उतना ही यह कई परेशानियां भी लेकर आता है। प्रेग्नेंसी तक ही नहीं डिलीवरी के बाद महिलाओं को कई तरह की चुनौतियाें से गुजरना पड़ता है। महिलाओं को होने वाली परेशानियों में से एक है कलाई में दर्द, जिसकी शिकायत अकसर डिलीवरी के बाद होती है। बच्चे के जन्म के बाद मां की कलाई में दर्द एक सामान्य समस्या है, लेकिन उचित देखभाल और सही उपायों से इसे कम किया जा सकता है। सही पोषण और आराम के साथ, मां जल्द ही अपने सामान्य जीवन में वापस आ सकती है। जानते हैं कैसे
कारण और उपाय
कलाई में दर्द के मुख्य कारण:
- यह स्थिति तब होती है जब कलाई की उंगलियों की ओर जाने वाली नसें सूज जाती हैं।
- बच्चे को उठाने, दूध पिलाने, और अन्य दैनिक कार्यों में कलाई पर अत्यधिक दबाव पड़ता है, जिससे यह दर्द होता है।
- गर्भावस्था और प्रसव के बाद हार्मोनल परिवर्तन भी मांसपेशियों और नसों में बदलाव का कारण बन सकते हैं, जिससे कलाई में दर्द होता है।
- नींद की कमी और शारीरिक थकान भी मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द का कारण बन सकते हैं।
दर्द से राहत के उपाय:
आराम और समर्थन: कलाई को आराम दें और उसे समर्थन प्रदान करें। कलाई का ब्रेस पहनना लाभकारी हो सकता है। बच्चे को उठाते समय सही पोजिशन का ध्यान रखें ताकि कलाई पर कम दबाव पड़े।
स्ट्रेचिंग और व्यायाम: कलाई की मांसपेशियों को स्ट्रेच करें और हल्के व्यायाम करें जो दर्द को कम करने में मदद करें। हाथों को आगे और पीछे की ओर स्ट्रेच करें।
आइस पैक और हीट पैक: - आइस पैक लगाने से सूजन और दर्द कम हो सकता है। गर्म पानी में हाथ डुबोकर रखने से भी आराम मिल सकता है।
मालिश: कलाई की हल्की मालिश करें ताकि रक्त संचार बेहतर हो और दर्द कम हो।
प्रसव के बाद मां का खान-पान:
प्रोटीन, विटामिन, और मिनरल युक्त आहार का सेवन करें। हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, दूध, दही, अंडे, मछली, और नट्स शामिल करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।आयरन और कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जैसे कि दूध, पनीर, दही, हरी सब्जियाँ, और ड्राई फ्रूट्स। ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे कि मछली, अलसी, और अखरोट, शामिल करें। कब्ज से बचने के लिए फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे कि साबुत अनाज, फल, और सब्जियां, खाएं।