सर्दियों के मौसम में हमें अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। कई बार सावधानी रखने के बाद भी हम इस मौसम में होने वाली बीमारियों से घिर जाते हैं। आज हम आपको ऐसी ही चार आम बीमारियां और उनसे बचाव के बारे में बता रहे हैं जो सर्दी के सीजन में होती हैं—
सर्दी-खांसी और बुखार
जालंधर के उभ्भी क्लिनिक के फिजीशियन डॉ. जे.एस. मठारू के मुताबिक सर्दी-खांसी और बुखार आम बीमारी है जो हर मौसम में होती है, लेकिन सर्दियों के मौसम में लोग इससे ज्यादा बीमार होते हैं। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, उन्हें यह वायरल इंफैक्शन जल्दी प्रभावित करता है।इसकी चपेट में छोटे बच्चे ज्यादा आते हैं लेकिन यह इंफैक्शन ज्यादा दिनों तक नहीं रहता। 5 से 7 दिनों में अपने आप ठीक भी हो जाता है। सर्दी-जुकाम से पीड़ित होने पर भाप, नमक के पानी के गरारे करने से काफी आराम मिलता है। इस अवस्था में गर्म चीजें पीनी चाहिएं।
हाई ब्लड प्रैशर
हाई ब्लड प्रैशर एक आम समस्या है लेकिन सर्दियों में इससे पीड़ित मरीजों को ज्यादा ध्यान देने की जरूरत पड़ती है। इसकी एक वजह शरीर से पसीने का कम निकलना है। सर्दियों में पसीना कम निकलने के कारण शरीर में नमक की मात्रा ज्यादा हो जाती है, जो हाई ब्लड प्रैशर का कारण बनती है। इससे बचाव के लिए नियमित ब्लड प्रैशर की जांच करवाएं और दवाएं लें और नमक कम खाएं।
अस्थमा
दूषित वातावरण और सर्दी के कारण अस्थमा के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। ठंड के मौसम में अस्थमा पीड़ितों का खास ख्याल रखने की जरूरत है। गले में खराश, कफ की वजह से सांस लेने में परेशानी होने लगती है। इससे बचने के लिए डॉक्टर की सलाह पर इनहेलर का इस्तेमाल करें और दवाइयां लेते रहें। ज्यादा जरूरत होने पर ही घर से बाहर जाएं।
गला खराब
सर्दियों के मौसम में अक्सर लोग गले में खराश की समस्या से परेशान रहते हैं। इस मौसम में होने वाले वायरल इंफैक्शन की वजह से गले में खराश की समस्या बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए गुनगुने पानी से गरारे करें। समस्या ज्यादा होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
—डॉ. जे.एस. मठारू