धर्मशाला/कांगड़ा/पालमपुर: डाक विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल के चलते दूसरे दिन भी जिलाभर के डाक खानों में कामकाज पूरी तरह प्रभावित रहा। डाक कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण लोगों के साथ-साथ छात्रों को भी समस्या का सामना करना पड़ा। आल इंडिया पोस्टल इम्प्लाइज यूनियन के आह्वान पर वीरवार को धर्मशाला मंडल के अंतर्गत मुख्य डाकघर के बाहर समस्त डाक कर्मियों ने एकत्रित होकर अपनी मांगों को लेकर सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। मंडलीय सचिव देसराज भाटिया, पुरुषोतम राणा, शिव राज व रजनीश शर्मा ने डाक कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार द्वारा उनकी जायज मांगों को शीघ्र नहीं माना गया तो डाक कर्मचारियों को मजबूरन अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ तृतीय वर्ग कांगड़ा सीएचक्यू के आह्वान पर मुख्य डाकघर कांगड़ा के समक्ष दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रही। कांगड़ा अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ के सचिव महेंद्र सिंह के नेतृत्व में सभी डाक कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया व केन्द्र सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को मनमाने हेतु नारे लगाए। इस मौके पर महेन्द्र सिंह सचिव अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ कांगड़ा, रवि कुमार, विजय कुमार, राजेश्वर सिंह, भीम सिंह, सुख लाल, राजकुमार, रजनीश, पंकज, देशराज, विनोद, हरनाम सिंह, मूलराज, किशोरी लाल, रामकिशन, चन्द्रेश कुमारी व हनीक मोहम्मद आदि ने भाग लिया।
पालमपुर में अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ के सर्कल प्रधान व शाखा सचिव कल्याण चंद, शाखा प्रधान आशुतोष डोगरा, बलदेव राज व रामराज ने सरकार से आग्रह किया है कि कर्मचारी वर्ग की उपयुक्त मांगों को शीघ्र पूरा किया जाए। हड़ताली कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के विरुद्ध जबरदस्त नारेबाजी करते हुए केंद्र सरकार पर कर्मचारियों की अनदेखी का आरोप लगाया।
रक्कड़ से डोगरा के अनुसार डाक तार विभाग कर्मचारियों की अपनी वित्तीय एवं विभिन्न मांगों को लेकर की जा रही 2 दिवसीय हड़ताल के कारण लोग को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को स्थानीय डाकघर में अपने कार्यों के लिए आने पर शटर बंद देखकर निराशा हो रही है, उन्हें इधर-उधर पूछने पर ही हड़ताल होने का पता चल रहा है। कई बच्चों को अपने परीक्षा संबंधी रोल नंबरों के आने का तो कई अन्यों को अपने कई प्रकार के सरकारी एवं निजी पत्रों के आने का इंतजार है।
ये हैं मांगें
डाक विभाग के कर्मचारियों के महंगाई भत्ते को मूल वेतन में शामिल करने, वेतन की अंतरिम राहत जारी करने, कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने, सेवाकाल के दौरान 5 पदोन्नतियां करना, 7वें वेतन आयोग को जनवरी, 2014 से लागू करने व आयकर की सीमा न्यूनतम 5 लाख तक बढ़ाने आदि मांगें हैं।