चेहरे पर पड़ी झाइयां खूबसूरती को बिगड़ने का काम करती है। इसके होने का मुख्य कारण पेट में गड़बड़ी और हॉर्मोन्स का असंतुलन होना होता है। ऐसे में चेहरे पर गहरे नीले व काले रंग के दाग पड़ जाते है। ये ज्यादातर आंखों के नीचे होती है। वैसे तो इससे निजात पाने के लिए बाजार में बहुत से प्रोडक्ट्स मिलते है। मगर उनमें कैमिकल्स होने के कारण स्किन के खराब होने का खतरा रहता है। ऐसे में अगर आप भी अपने चेहरे पर पड़ी झाइयों से परेशान है तो इसके लिए कुछ घरेलू नुस्खों को अपनाकर दूर कर सकते है। आइए जानते है उन घरेलू नुस्खों के बारे में...
दही और नींबू
दही और नींबू में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये स्किन को गहराई से पोषण देने के झाइयों की समस्या से निजात दिलाता है। आप इसका पैक बनाकर लगा सकते हैं। पैक बनाने के लिए जौ के आटे में दही और नींबू मिक्स कर पेस्ट बनाएं। फिर उसे चेहरे पर सर्कुलर मोशन में मसाज करते हुए लगाएं। कुछ देर पैक को लगा रहने दें। बाद में चेहरे को ठंडे पानी से धो लें।
धूप से बचें
तेज धूप चेहरे पर पड़ने से स्किन संबंधी बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इससे चेहरा डार्क और डल होने लगता है। चेहरे पर झाइयां पड़ने लगती हैं। ऐसे में जरूरी है कि धूप में घर से बाहर निकलने से बचें। अगर आपको किसी जरूरी काम से कहीं जाना भी है तो कम से कम चेहरे को अच्छी तरह कवर करके ही घर से बाहर निकले। आप चाहें तो छतरी भी अपने पास रख सकते हैं।
भरपूर नींद लें
कई बार पूरी नींद न मिलने पर भी चेहरे पर झाइयां बनने लगती हैं। इसलिए रोजाना 7-8 घंटों की नींद लेना न भूलें। साथ ही सोने से पहले चेहरा जरूर धोएं। ताकि दिनभर की चेहरे पर चिपकी डस्ट साफ हो सके।
मलाई और बादाम
बादाम के पाउडर में मलाई मिक्स कर प्रभावित जगह पर लगाने से झाइयों से छुटकारा मिलता हैं। साथ ही स्किन साफ और ग्लोइंग नजर आती हैं।
सेब और पपीता
सेब और पपीता भी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए दोनों का पेस्ट तैयार कर चेहरे पर लगाने से चेहरे की रंगत निखरती है। ऐसे में दाग-धब्बे, पिंपल्स, झाइयों से राहत मिलती है। साथ ही चेहरे पर नेचुरली ग्लो आता है।
नींबू और हल्दी
नींबू के साथ हल्दी भी एंटी-बैक्टीरियल और औषधीय गुणों से भरी होती है। ऐसे में नींबू, हल्दी और बेसन का पेस्ट बना कर चेहरे पर लगाने से कुछ ही दिनों में झाइयों से राहत मिलती हैं।
अच्छी डाइट लें
अपनी डाइट का भी खास ध्यान रखें। खाने में पौष्टिक चीजों को शामिल करें। बाहर का तला-भुना खाने से पहरहेज रखें।