साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण इसी महीने की 30 तारीख को लगने जा रहा है। यह ग्रहण अमावस्या के दिन लग रहा है और इस दिन शनिवार भी है। शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को शनिचरी अमावस्या कहते हैं। यह ग्रहण 30 अप्रैल और 1 मई के बीच लगेगा। यह मध्यरात्रि 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और सुबह 4 बजकर 8 मिनट तक रहेगा।
सूर्य ग्रहण भारत में नहीं बल्कि अटलांटिक, अंटार्कटिका, दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी-पश्चिमी हिस्से और प्रशांत महासागर में देखने को मिलेगा। लेकिन इससे सभी 12 राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार के प्रभाव पड़ेंगे। दरअसल 30 साल बाद शनि अपनी ही राशि कुंभ में जा रहे हैं और एक दिन बाद शनिश्चरी अमावस्या से पहले यह होना कई राशियों के लिए अच्छा तो कई के लिए खराब भी होगा।
सूर्य ग्रहण के दौरान मेष, कर्क और वृश्चिक राशियों के लोगों को विशेष सावधान रहना होगा। ये सूर्य ग्रहण मेष राशि वालों के मानसिक तनाव में वृद्धि कर सकता है साथ ही धन की हानि भी हो सकती है। इसके अलावा कर्क राशि वालों को भी इस दौरान संयम बरतना होगा। मन में नकारात्मक विचार या निराशा की स्थिति बन सकती है।
वहीं वृश्चिक राशि वालों की बात करें तो वह अपनी छवि को लेकर सावधान रहें। आप के अचानक खर्चों में वृद्धि हो सकती है। इन राशि के जातकों को गायत्री महामंत्र का जाप और अपने ईष्ट देव का स्मरण करना चाहिए। सूर्य ग्रहण के दौरान इन्हें कुछ भी खाने से बचना चाहिए. सोच को सकारात्मक रखें और सेहत पर ध्यान दें।
जबकि साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगेगा। ग्रहण शब्द का मतलब ही होता है अशुभता। ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि ग्रहण का प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष दुष्प्रभाव मानव जीवन पर अवश्य दिखाई देता है। सूर्य ग्रहण की दृश्यता के अनुसार ही सूतक काल का निर्धारण किया जाता है।