कोरोना वायरस को जड़ से खत्म करने के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया जा चुका है। हालांकि कोरोना वायरस के केस पहले जहां थम गए थे वहीं अब इसने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। हालांकि कोरोना की लड़ाई के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान जोरों शोरों से जारी है। हाल ही में अफ्रीकी देश घाना की राजधानी अक्रा में WHO की वैश्विक वैक्सीन साझाकरण योजना 'कोवैक्स' के तहत कोविड-19 के टीके की पहली खुराक पहुंचाई गई।
घाना पहुंची 6 लाख खुराक
घाना में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई गई एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की 6 लाख खुराक एक विमान के जरिए पहुंची। इसकी जानकारी WHO और यूनिसेफ ने एक बयान में दी। दो मार्च को घाना में टीकाकरण की शुरूआत होगी और सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स, स्वास्थय कर्मियों, महामारी से जूझ रहे लोगों और जिनका इस महामारी की चपेट में आने का खतरा ज्यादा है उन्हें टीका दिया जाएगा।
सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान
कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर यूनिसेफ के कार्यकारी निर्देशक हेनरिटा फोर ने बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर्स को जल्द ही वैक्सीन की खुराक दी जाएगी। जिसके साथ कोरोना वायरस से लड़ाई का अगला चरण शुरू हो जाएगा। घाना के इतिहास में यह सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा।
बता दें देश में कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान 16 जनवरी से शुरू हुआ था और अब 1 मार्च से इस अभियान का अगला पड़ाव शुरू होना जा रहे है। वैक्सीन के दूसरे चरण में 60 साल से अधिक उम्र वालों को वैक्सीन दी जाएगी।