नारी डेस्क: बहुमुखी प्रतिभा की धनी बॉलीवुड स्टार फराह खान आज अपना 60वां जन्मदिन मना रही हैं। कोरियोग्राफर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत करने से लेकर 'मैं हूं ना' और 'ओम शांति ओम' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों का निर्देशन करने तक, इस बॉलीवुड स्टार ने हिंदी मनोरंजन उद्योग में अपना नाम बनाया है। फराह खान से जुड़ी एक और खास बात यह है कि उन्होंने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया था, हालांकि ये उनके लिए बिल्कुल भी आसान नहीं था। फराह खान ने जब ट्रिप्लेट्स को कंसीव किया था तब उन्हें डॉक्टर ने उन्हें ऐसी सलाह दी थी जिसे सुन किसी भी मां का कलेजा फट जाए।
आईवीएफ के जरिए मां बनी थी फराह
फराह खान ने आईवीएफ के जरिए कंसीव किया था। हालांकि फराह के लिए यह सफर आसान नहीं रहा था, उन्हें कई बार मानसिक तनाव से गुजरना पड़ा था। उस समय डॉक्टर ने उनसे कहा था कि उन्हें अपने तीन बच्चों में से एक को 'रिड्यूस' (कम) करना चाहिए, ताकि प्रेग्नेंसी में जटिलताएं कम हो सकें। यह मेडिकल प्रक्रिया और इससे जुड़ी बातें जानना बेहद जरूरी है, खासकर उन माता-पिता के लिए जो मल्टीपल प्रेग्नेंसी का सामना करते हैं।
क्या है 'रिडक्शन' प्रोसेस?
जब किसी महिला के गर्भ में एक से अधिक भ्रूण होते हैं, तो कभी-कभी डॉक्टर प्रेग्नेंसी के खतरे को कम करने के लिए 'रिडक्शन' की सलाह देते हैं। इसमें गर्भ में मौजूद अतिरिक्त भ्रूण को हटाया जाता है ताकि शेष भ्रूण की ग्रोथ बेहतर हो सके और मां के स्वास्थ्य पर कम प्रभाव पड़े। मल्टीपल प्रेग्नेंसी (जुड़वां, ट्रिप्लेट्स, या उससे अधिक) में मां और बच्चों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। इससे प्रीमैच्योर बर्थ, लो बर्थ वेट, और गर्भपात जैसी समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है।
फराह खान का अनुभव
फराह खान ने IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के जरिए गर्भधारण किया था, जिसके बाद वह ट्रिप्लेट्स (तीन बच्चों) की मां बनीं। डॉक्टरों ने फराह को सुझाव दिया था कि वह एक भ्रूण को 'रिड्यूस' करवा लें ताकि बाकी के दो भ्रूण स्वस्थ रह सकें और उनकी प्रेग्नेंसी में जटिलताएं न आएं। फराह ने इस सुझाव को नहीं माना और अपने तीनों बच्चों को जन्म दिया। आज उनके तीनों बच्चे स्वस्थ हैं। फराह खान की कहानी उन माता-पिता के लिए प्रेरणा है जो मल्टीपल प्रेग्नेंसी से गुजर रहे हैं। हालांकि, हर प्रेग्नेंसी अलग होती है, और डॉक्टर की सलाह पर विचार करना बेहद जरूरी होता है।
मल्टीपल प्रेग्नेंसी के खतरे
मल्टीपल प्रेग्नेंसी में समय से पहले बच्चे का जन्म होना आम है। एक से अधिक भ्रूण होने की वजह से बच्चों का वजन कम हो सकता है। मां को हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, और अन्य कॉम्प्लिकेशंस का सामना करना पड़ सकता है। 'रिडक्शन' एक संवेदनशील मेडिकल प्रक्रिया है जो मां और बच्चे की भलाई के लिए की जाती है। रिडक्शन प्रक्रिया के बाद बचे हुए भ्रूण के स्वस्थ जन्म की संभावना बढ़ जाती है। यह निर्णय माता-पिता के लिए भावनात्मक रूप से कठिन हो सकता है और उन्हें काउंसलिंग की जरूरत हो सकती है।