23 DECMONDAY2024 7:03:56 AM
Nari

फेमस फूड ब्लॉगर नताशा दिद्दी का हुआ निधन , खुद का नहीं था पेट और लोगों के लिए बनाती थी खाना

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 26 Mar, 2024 12:44 PM
फेमस फूड ब्लॉगर नताशा दिद्दी का हुआ निधन , खुद का नहीं था पेट और लोगों के लिए बनाती थी खाना

इंस्टाग्राम पर 'द गटलेस फूडी' के नाम से चर्चित फूड ब्लॉगर नताशा दिद्दी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।  उन्होंने अपने जीवन के सबसे दुखद चरण के बारे में जानकारी देकर तब लाखों लोगों को प्रेरित किया जब ट्यूमर का पता चलने के बाद उनका पूरा पेट निकाल दिया गया था। वह पेशे से शेफ थीं और बिना पेट के जिंदगी जीना एक बड़ी चुनौती थी। 

PunjabKesari
गंभीर बीमारी के कारण खाने की शौक़ीन लड़की ख़ुद जो चाहे वो नहीं खा सकती थी। उनके एक-एक निवाले पर डॉक्टर की नज़र रहती थी। इन सबके बाद भी वो दिन-रात खाना बनाती हैं और बड़े प्यार से सबको खिलाती हैं, अब उनकी मौत की खबर ने सभी को झटका दे दिया है। 25 मार्च, 2024 को नताशा के पति ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर यह दुखद खबर सांझा की। 

PunjabKesari
इस पोस्ट में लिखा गया- मुझे बहुत दुख और पीड़ा के साथ बताना पड़ रहा है कि मेरी पत्नी नताशा डिडी, उर्फ द गटलेस फूडी का निधन हो गया है। उन्होंने यह भी लिखा कि-   नताशा का इंस्टाग्राम अकाउंट @thegutlessfoodie  को खुला रखा जाएगा क्योंकि मुझे पता है कि उनकी पोस्ट और कहानियां बहुत से लोगों को प्रेरित करती हैं। नताशा फ़ूड वेबसाइट और इंस्टाग्राम चलाती थी, वह  कुछ होटलों में कंसल्टेंट का काम भी कर रही थी।

PunjabKesari
नताशा ने में Foursome' नामक एक किताब भी लिखी थी, पेट ना होने के बावजूद भी पवह अपनी जिंदगी भरपूर जी रही थी। उनका कहना था कि भारतीय व्यंजन दुनियाभर के व्यंजनों से बेहतर हैं क्योंकि इनमें बहुत विविधता है। इसके साथ ही वो 'हेल्दी ईटिंग' से जुड़े तमाम मिथक तोड़ने की क़ोशिश भी कर चुकी है। वह कहती थी कह चाहे लड़का हो लड़की, खाना बनाना सबको सीखना चाहिए और अब पिज़्जा, बर्गर छोड़कर हमें वापस रोटी-सब्ज़ी का रुख करना चाहिए।

PunjabKesari

पुणे की रहने वाली नताशा ने मुंबई के दादर कैटरिंग कॉलेज से पढ़ाई की थी, उन्हें बचपन से खाना बनाने का शौक था। उन्होंने मुंबई के कई बड़े रेस्टोरेंट और होटलों में काम किया, शादी  के बाद वह दिल्ली शिफ़्ट हो गईं। यहां वो ऐसी नौकरी करने लगीं, जिससे उन्हें अलग-अलग देश के शेफ़ से मिलने का मौका मिलता और उनका फ़ूड कल्चर समझने का मौका मिलता। 33 साल की उम्र में नताशा को पता चला कि उनके पेट में ब्लीडिंग अलसर्स और ट्यूमर हैं। इसके बाद नौ घंटे तक चली सर्जरी में उनका पेट निकाल दिया गया।नताशा दिन में 6-7 बार खाना खाती हैं. खाना एक घंटे में पचकर बाहर निकल जाता है
 

Related News