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माता-पिता हो जाएं सतर्क: ज़हरीले दूध ने छीनी 2 मासूमों की जान, FSSAI ने जब्त कर बहाया 5000 लीटर दूध

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 14 Jul, 2025 03:59 PM
माता-पिता हो जाएं सतर्क: ज़हरीले दूध ने छीनी 2 मासूमों की जान, FSSAI ने जब्त कर बहाया 5000 लीटर दूध

नारी डेस्क: आगरा बाह रोड पर FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) की टीम ने एक 5000 लीटर मिलावटी दूध से भरा टैंकर पकड़ा। इस दूध में मिलावट होने की पुष्टि होने पर इसे सड़क पर बहाकर नष्ट कर दिया गया। दूध की बाजार कीमत लगभग ₹1.25 लाख बताई जा रही है। आगरा के कागारौल इलाके में हाल ही में दो मासूम 11 महीने के आवान और 2 साल की माहिरा नकली दूध पीने के बाद दर्दनाक रूप से दुर्घटना का शिकार हुए। उनके पेट में तेज दर्द के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन दोनों ने जान गंवा दी। इस घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत जाँच शुरू कर दी।

नकली दूध में क्या मिला?

खाद्य विभाग के सहायक आयुक्त महेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि नकली दूध में पानी, यूरिया, डिटर्जेंट और अन्य रसायन मिलाए गए थे। यह दूध मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की एक डेयरी से आया था। इससे साफ पता चलता है कि यह “दूध” स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन गया था।

FSSAI की चेतावनी और कार्रवाई

FSSAI ने इस दूध की वीडियो जारी करते हुए कहा “आगरा में मिलावटी दूध की बड़ी सप्लाई पकड़ी गई। टैंकर जब्त कर जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने पर सख्त कार्रवाई होगी।”

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नकली दूध के गंभीर असर

पाचन और गैस–अपच: पेट दर्द, उल्टी, दस्त जैसी शिकायतें हो सकती हैं।

किडनी–लीवर पर असर: यूरिया और अमोनिया जैसे रसायन अंगों को क्षति पहुंचाते हैं।

हड्डियों में कमजोरी: दूध की गुणवत्ता नहीं मिलने से हड्डियां कमजोर होती हैं।

कैंसर का जोखिम: फॉर्मेलिन व हाइड्रोजन पेरऑक्साइड जैसे रसायन DNA को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

घर में नकली दूध कैसे पहचानें (5 सेकंड टेस्ट)

दाल पाउडर+लिटमस पेपर टेस्ट एक चम्मच दूध में आधा चम्मच सोयाबीन/अरहर दाल पाउडर मिलाएं, 5 मिनट के बाद लाल लिटमस पेपर डालें। पेपर नीला हो जाए तो उसमें यूरिया मिला हुआ है। दूध को हाथों से अच्छे से रगड़ें। झाग बने तो डिटर्जेंट की मिलावट हो सकती है। दूध में आयोडीन की कुछ बूंदें डालें। नीला रंग आने पर स्टार्च मिला होता है। दूध की थोड़ी बारिश बनाकर स्लोप पर डालें अगर जल्दी बह जाए, तो उसमें पानी मिलाया गया है।

मिलावटी दूध एक धीमा जहर है जो बच्चों और बड़े, दोनों को जानलेवा असर दे सकता है। FSSAI और राज्यों की खाद्य सुरक्षा एजेंसियाँ अब सख्त हो चुकी हैं, और घर पर साधारण तरीके से नकली दूध की पहचान संभव हो गई है।  

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