कई राज्यों में स्कूल खोलने के आदेश के बाद भी माता-पिता बच्चों को भेजने के लिए तैयार नही है। क्योंकि बच्चे घर में सुरक्षित माहौल में हैं, अन्य बच्चों के बीच भेजना और उन्हें संक्रमण से बचाए रखना अभिभावकों के लिए बड़ी चुनौती है। तभी तो महाराष्ट्र में करीब 62 फीसदी अभिभावक अपने बच्चों को 24 जनवरी से स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं।
बच्चों को स्कूल भेजने के इच्छुक नहीं माता -पिता
ऑनलाइन मंच ‘लोकलसर्किल्स’ द्वारा हाल ही में किए गए सर्वेक्षण में ये बात सामने आई है। जिन अभिभावकों को सर्वेक्षण में शामिल किया गया, उनमें से 62 फीसदी ने कहा कि वे बच्चों को स्कूल भेजने के इच्छुक नहीं हैं। उनका कहना है कि इतने महीनों तक बच्चे घर पर थे, अब उन्हें स्कूल भेजने में डर लग रहा है।
बच्चों को समझाना बहुत बड़ी चुनौती
हर माता-पिता की स्थिति कुछ ऐसी ही है। कोराना के खतरे के बीच बच्चों को दोस्तों से दूर रहने के बारे में समझाना बहुत बड़ी चुनौती है। वही बच्चों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग कैसे बनाए रखना भी एक बड़ी चुनौती है। ऐसे में परिवार वालों को बच्चों को स्कूल भेजते समय इन बातों पर ध्यान जरूर देना चाहिए।
इन बातों का रखें ख्याल
-माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों के साथ बरतना होगा थोड़ा संयम।
-बच्चों के लिए लंच घर से ही बनाकर भेजें।
-बच्चे को खाना और पानी की बोतल शेयर न करने की हिदायत दें।
-बच्चे के बैग में सैनिटाइज़र और मास्क जरूर रखें।
-बच्चों को खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोने के लिए कहें।
-बच्चों को कोविड-19 से सावधानी के लिए मानसिक रूप से तैयार करें।
-उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग, साफ-सफाई और खाने की शेयरिंग को लेकर समझाना भी जरूरी।
-बच्चों को वह खुद ही स्कूल छोड़ने जाएं माता- पिता