बीते साल से कोरोना वायरस ने तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लिया। यह गंभीर वायरस लोगों के फेफड़ों पर अटैक करके उनकी कार्यक्षमता को कम करता है। ऐसे में इससे बचने के लिए एक्सपर्ट्स द्वारा फेफड़ों की देखभाल करने पर विशेष ध्यान देने को कहा जा रहा है। फिर चाहे कोरोना के संपर्क में आए हो या नहीं। इसके लिए योगा, सांस से जुड़ी एक्सरसाइज व डेली डाइट में हैल्दी चीजें शामिल करने की जरूरत है। वहीं इस वायरस से ठीक होने वाले लोगों को फेफड़े स्वस्थ रखने के लिए डेली डाइट में खास चीजें शामिल करने की जरूरत है। ताकि फेफड़े स्वस्थ होने के साथ जल्दी रिकवरी हो पाएं। चलिए जानते हैं फेफड़ों को स्वस्थ रखने के कुछ सुपर फूड्स...
टमाटर
टमाटर पोषक तत्वों के साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। यह अस्थमा के मरीजों में वायुमार्ग की सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा इसका सेवन करने से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) वाले लोगों के फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ने में मदद मिलती है। आप इसे सब्जी में मिलाने के अलावा सलाद, सूप, सैंडविच, जूस आदि के तौर पर सेवन कर सकती है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी आदि गुणों से भरपूर होती है। इसके सेवन से फेफड़ों की सूजन कम होने में मदद मिलती है। इसके साथ सांस प्रक्रिया में सुधार होता है। वहीं इसे इम्यूनिटी बूस्ट होती है। ऐसे में कोरोना से ठीक होने के बाद जल्दी रिकवरी करने में ग्रीन टी फायदेमंद मानी जाती है। इसके लिए रोजाना 1-2 कप ग्रीन टी का सेवन जरूर करें।
कद्दू
कद्दू में बीटा कैरोटीन, ल्यूटिन और कैरोटीनॉयड, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी आदि गुण होते हैं। इसका सेवन करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है।
हल्दी
हल्दी पोषक तत्व, एंटी-ऑक्सीडेंट्स व औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी तेजी से बढ़ती है। फेफड़ों की कार्य प्रणाली में सुधार आता है। इसे आप सब्जी में मिलाने के अलावा गुनगुने पानी या दूध में भी सेवन कर सकती है।
सेब
सेब को गुणों की खान कहा जाता है। एक रिसर्च के अनुसार, रोजाना 1 सेब खाने से अस्थमा फेफड़ों के कैंसर से बचाव रहता है। इसके साथ अन्य बीमारियों की चपेट में आने का खतरा भी कम रहता है।
ब्लूबेरी
ब्लूबेरी पोषक तत्व व एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है। इसके साथ इसमें एंथोसायनिन नामक एक फ्लेवोनोइड भी अधिक होता है। इसके सेवन से फेफड़ों की कार्य प्रणाली में सुधार आता है। साथ ही फेफड़ों को किसी भी तरह का नुकसान होने से बचाव रहता है।