महिलाओं को हर महीने महामारी का सामना करना पड़ता है, जो 4 से 7 दिन तक रहते हैं। मगर, कुछ महिलाओं को 1 या 2 दिन ही पीरियड्स ठहरते हैं, जिसे महिलाएं आम समस्या समझ इग्नोर कर देती हैं जबकि यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है। शोध के मुताबिक, 5 से 35% महिलाएं असामान्य पीरियड का सामना करती हैं लेकिन खुलकर इसपर बात नहीं करती।
क्या है सामान्य या रेगुलर पीरियड्स?
माहवारी में सामान्य की कोई परिभाषा नहीं है। कई बार एक महीने में 2 बार पीरियड्स भी हो सकते हैं। हालांकि सामान्य मेंस्ट्रुअल साइकल 28 दिनों का माना जाता है। हालांकि अगर 21 से 45 दिनों के बीच में पीरियड्स आए तो उसे भी सामान्य ही समझा जाता है। आमतौर पर महिलाओं को 4, 6 या 7 दिन तक ब्लीडिंग होती है लेकिन 1-2 दिन तक ऐसा होना असामान्य माना जाता है।
एक या दो दिन की महावारी के कारण
. प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में पीरियड्स 1-2 दिन तक आते हैं।
. अर्ली प्रेगनेंसी स्पॉटिंग या इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग
. प्री-मेनोपॉज के कारण
. गर्भपात, ब्रेस्टफीडिंग के कारण
. अधिक तनाव लेना
. बहुत अधिक व्यायाम करना
. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), थायराइड, डायजेस्टिव प्रॉब्लम, एंडोमेट्रियोसिस, एनोवुलेटरी साइकल जैसी कुछ बीमारियां
. पिल और अन्य दवाईयां जैसे. एस्पिरिन, प्रिस्क्रिप्शन ब्लड थिनर, नोस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स, नेप्रोक्सेन, हार्मोनल थेरेपी ड्रग्स, कैंसर, थायराइड, कुछ एंटी डिप्रेसेंट्स भी लाइट पीरियड का कारण हो सकते हैं।
खुलकर पीरियड्स ना आने के कारण
वहीं, अगर पीरियड्स खुलकर नहीं आ रहे तो इसका कारण पीरियड्स खुलकर ना आने के कारण हार्मोन्स में गड़बड़ी, वजन घटना या बढ़ना, बर्थ कंट्रोल पिल्स, खून की कमी, सर्वाइकल स्टेनोसिस, थायराइड हो सकता है।
कब लें डॉक्टर की सलाह?
एक या दो महीने तक ऐसा हो तो चिंता ना करें लेकिन लगातार ऐसा हो रहा है तो डॉक्टर से चेकअप करवाएं। इसके अलावा 1 दो 2 दिन के पीरियड्स के साथ अगर कुछ परेशानियां हो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए:
. एब्नार्मल वैजाइनल ब्लीडिंग
. मेंस्ट्रुअल साइकल सामान्य से बहुत कम हो।
. दर्दभरी ब्लीडिंग या ओवुलेट ना कर पाना
.पॉजिटिव प्रेगनेंसी टेस्ट के बाद भी ब्लीडिंग होना।
क्या करें?
अगर पीरियड्स की कम अवधि का कारण कोई गंभीर समस्या नहीं है तो आप उसे सही लाइफस्टाइल, अच्छी डाइट, व्यायाम व योग से सही कर सकती हैं। इसके अलावा पर्याप्त नींद लें और तनाव से दूर रहें।