कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए मास्क पहनना बेहद जरूरी है जिस वजह से लिपस्टिक का ट्रेंड कम होता जा रहा हैं क्योंकि मास्क के जरिए मुंह बिल्कुल कवर हो जाता हैं जिस वजह महिलाएं लिपस्टिक को कम अहमियत दे रही और इनकी बिक्री भी कम हो चुकी है। इन दिनों लिपस्टिक के बजाए मार्कीट में काजल और आइलाइनर की डिमाढ़ बढ़ रही हैं।
बात मास्क की करें तो इन दिनों सर्जिकल, सिंपल और एन 95 मास्क के बजाए डिजाइनर मास्क का चलन शुरू हो चुका हैं।
अब ब्राइड्स भी मास्क की अहमियत को समझ चुकी हैं और शादी के मौके पर ड्रेस से मैचिंग या डिजाइनर मास्क पहन रही हैं।
यहां तक कि लोग डिजाइनर से अलग-अलग तरह के मास्क कस्टमाइज करवा रहे हैं।
डिजाइनर के मुताबिक, लड़कियों और महिलाओं के लिए स्पेशल मास्क तैयार किए जा रहे हैं जिनमें ऑर्गेनिक कलर्स और कॉटन का इस्तेमाल अधिक हो रहा है।
वहीं कुछ महिलाएं हमेशा ही सब कुछ मैचिंग पहनना पसंद करती हैं, यही कारण है कि वह अपने सूट और ड्रेसेज के साथ ही मास्क भी स्टिच करवा रही हैं, महिलाओं में फैंसी मास्क की डिमांड काफी ज्यादा बढ़ी है।
वहीं अब मास्क का एक और नया ट्रेंड छाया हुआ है जिसमें लड़क वाले व लड़की वाले को लोगो लगा होगा। भई अब मास्क का यह ट्रेंड भी जल्द ही मशहूर भी हो जाएगा।
मगर एक दिक्कत है कि मास्क से व्यक्ति का आधा चेहरा छिप जाने के कारण पहचान भी छिप जाती हैं लेकिन केरल के एक डिजिटल फोटोग्राफर ने एक ऐसा मास्क बनाया जो आपकी पहचान को छिपाएगा नहीं। बिनेश जी पॉल ने इस मास्क को बनाया जो कि एक डिजिटल फोटोग्राफर हैं। इस मास्क पर बिनेश कहते हैंं, कि सबसे पहले हमें उस आदमी की हाई रेसोल्यूशन वाले कैमरा में एक फोटो लेनी हैं और फिर उस फोटो को प्रिटिंग के माध्यम से पेपर पर ट्रांसफर करना है़। जब हम इसे प्रिंट करेंगे तो इसका साइज खुद ब खुद बड़ा हो जाएगा और फिर हम उस एक पोर्शन को काट कर उसे मास्क पर हाई डिग्री तापमान पर रखेंगे। वे आगे बताते हैं कि इस मास्क को बनाने में केवल 20 मिनट लगते हैं और इसकी कीमत 60 रूपए है।
बिनेश ने बताया कि वे पिछले 2 दिन में 1000 मास्क बना चुके हैं और अब तक उन्हें 5000 आर्डर भी मिल चुके हैं वे कहते हैं कि उन्हें लगता है ऐसा मास्क अभी तक किसी ने नहीं बनाया है। बात उनके काम की करें तो वे इस लाइन में 10 साल से ज्यादा काम कर चुके हैं। इसके अलावा वो मिक्की माउस वाले, टॉम एंड जैरी वाले मास्क बना चुके है लेकिन उन्हें इस बात ने सोचने को मजबूर कर दिया कि मास्क से व्यक्ति पहचान छिप जाती हैं, इसलिए उन्होंने ऐसा मास्क निकाला जिससे व्यक्ति की पहचान आसानी हो सकें।