दुनियाभर में लगातार बढ़ रहा कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। लाखों की संख्या में लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। वहीं दुनियाभर के वैज्ञानिक इस वायरस की वैक्सीन बनाने पर काम कर रहे हैं। कमजोर इम्युनिटी वालों पर कोरोना वायरस अटैक करता है। जो मरीज के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। वहीं अब कोरोना पीड़ितों में एक नया लक्षण सामने आया है। मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना पीड़ितों के कान में आवाज गूंजने की समस्या सामने आई है।
40 फीसदी मरीजों में सामने आई यह दिक्कत
ब्रिटेन में हुई एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी की रिसर्च में कोरोना पीड़ितों के कान में आवाज गूंजने की समस्या का दाव किया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जिनमें कोरोना के लक्षण पाए गए हैं उनमें से 40 फीसदी मरीजों में यह दिक्कत देखने को मिली। उनका कहना है कि वैज्ञानिक भाषा में कान में आवाज गूंजने को टिनिटस कहते हैं।
संक्रमण होने के बाद शुरू हुई यह समस्या
अमेरिका और ब्रिटेन के 48 देशों में 3103 कोरोना मरीजों पर इसके असर को समझने के लिए रिसर्च की गई। जिससे यह पता लगाया जा सके कि जो कोरोना पीड़ित पहले से टिनिटस से जूझ रहे हैं उनमें संक्रमण के बाद कान में आवाज गूंजने की समस्या में कमी आई है या बढ़ोतरी हुई है। जिसके बाद रिसर्च में सामने आया कि कोरोना संक्रमित मरीजों में संक्रमण होने के बाद ही उनके कानों में आवाज गूंजने की समस्या शुरू हुई। जबकि जो मरीज पहले से इस समस्या से पीड़ित थे उनमें यह और भी ज्यादा गंभीर हो गई है।
लॉन्ग कोविड का लक्षण
रिसर्च के मुताबिक कानों में आवाज गूंजन लॉन्ग कोविड का लक्षण बन सकता है। लोकिन ऐसा हर मामले में सामने नहीं आया है। जिन कोरोना पीड़ितों पर रिसर्च की गई थी उनका मानना है कि टिनिटस की समस्या सोशल डिस्टेंसिंग के बाद अधिक गंभीर हुई है। वहीं 50 साल से कम उम्र की महिलाओं के मुताबिक कोरोना महामारी के दौरान टिनिटस ने उन्हें काफी परेशान किया।