हर वर्ष यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) द्वारा 4 फरवरी का दिन विश्व कैंसर दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य इस जानलेवा बीमारी को लेकर जागरुकता फैलाना है ताकि समय रहने जीवन को बचाया जा सकें।
भारत में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण कैंसर
भारत में हार्ट अटैक के बाद कैंसर दूसरी सबसे बड़ी बीमारी है। जिसके चपेट में हर साल कई लोग अपनी जान गंवा देते हैं। WHO के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 5 सालों से करीब 22 लाख से ज्यादा लोग अलग-अलग तरह के कैंसर से जूझ रहे हैं और हर साल यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।
तंबाकू और गलत लाइफस्टाइल है सबसे बड़ी वजह
कैंसर फैलने की सबसे बड़ी वजह तंबाकू है। 34 से लेकर 69% पुरुष और 10 से लेकर 27% महिलाओं को तंबाकू की वजह से कैंसर की चपेट में है।
मोटापा भी कैंसर की वजह
दरअसल, मोटापे का कनेक्शन फैट सेल्स से होता है। शरीर में फैट सेल्स बढ़ने के साथ कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ तक जाता है। हर साल मोटापे के कारण कैंसर का खतरा करीब 40% बढ़ जाता है। इसके कारण आतों व फूड पाइप, ब्रेस्ट कैंसर, पैन्क्रियाज,बच्चेदानी, किडनी, थायराइड और गॉलब्लैडर कैंसर हो सकता है इसलिए महिलाओं को अधिक सतर्क रहने वाली जरूरत है।
कैंसर के कुछ कॉमन लक्षण
. बेवजह की थकान
. वजन बेवजह घटना शुरु हो जाना
. भोजन खाने में दिक्कत
.खून की कमी यानि एनीमिया
. पेशाब या खांसी के दौरान खून आना
. फोड़ा या कोई गांठ
. कफ और सीने में दर्द
. निप्पल में बदलाव
. पीरियड्स में दिक्कत
. कूल्हे या पेट में दर्द
भारतीय महिलाओं को सबसे अधिक होने वाला कैंसर
भारत में महिलाओं को होने वाले कैंसर में ब्रेस्ट कैंसर आम है। रिसर्च के अनुसार, करीब 28 में से 1 महिला ब्रेस्ट कैंसर के घेरे में हैं, जिसमें से 60% महिलाएं ग्रामीण क्षेत्र से हैं। वहीं, कैंसर से होने वाली महिला मौतों का दूसरा बड़ा कारण सर्वाइकल कैंसर हैं। दुनियाभर में 35 से 44 साल की हर चौथी महिला सर्वाइकल कैंसर के घेरे में हैं। हर साल इसके 5,70,000 मामले सामने आते हैं, जिसमें से 3,11,000 की मौत हो रही हैं।
बच्चे भी हो रहे शिकार
रिसर्च के मुताबिक, हर साल करीब 3 लाख बच्चे भी इस जानलेवा बीमारी के शिकार होते हैं, जिनमें से भारतीय बच्चों की संख्या 78 हजार से ज्यादा है। भारत में डॉक्टर कैंसर पीड़ित केवल 30% बच्चों को ही बचा पाते हैं। गलत जीवनशैली और जागरूकता का अभाव के अलावा बढ़ती उम्र में भी इसका खतरा बढ़ जाता है।
याद रखें कि कैंसर से बचाव का तरीका हैल्दी लाइफस्टाइल हैं। योग करें व षौष्टिक आहार खाएं। समय पर जांच करवाना ना भूलें क्योंकि शुरूआती में इसका इलाज संभंव है। लक्षणों की अनदेखी ना कर समय पर बरती सावधानी इस जानलेवा बीमारी को मात दे सकती है।